शारदीय नवरात्रि (Sharadiya Navratri ) चल रहे हैं। मां दुर्गा के अब तक 5 स्वरूपों की पूजा की जा चुकी है। आज छठा नवरात्रि है और आज मां कात्यानी (Maa Katyani ) की विधि विधान के साथ पूजा की जाती है। इसी के साथ शाम से दुर्गा पंडालों ( Durga Puja) में पूजा शुरू हो जाएगी। सप्तमी से पंडाल में श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी। कोरोना के कारण कई स्थानों पर केवल पूजा समिति के सदस्य ही शामिल हो सकेंगे।


कोरोना के खौफ के चलते प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग (Thermal screening) और हाथों को सैनेटाइज (sanitization) करने की व्यवस्था भी की जाएगी।  पूजा के लिए कहीं कलश स्थापना तो कहीं मूर्ति स्थापित की जाएगी। पंडालो में पूजा करने के साथ साथ अष्टमी को संधि पूजा (Ashtami Sandhi Puja) होगी।

अष्टमी पर संधि पूजा (Ashtami Sandhi Puja ) होगी। अष्टमी वाले दिन संधि पूजा और फिर दशमी के दिन मां को विदा किया जाएगा। आखिरी दिन सिंदूर खेला (played vermilion) होगा। श्रद्धालु ऑनलाइन दर्शन कर सकेंगे। सप्तमी से श्रद्धालु सामाजिक दूरी के साथ पंडाल में दर्शन कर सकेंगे। लेकिन उनकी संख्या भी सीमित रखी जाएगी। आज शाम को मूर्ति स्थापित कर पूजा का शुभारंभ हो जाएगा। मां की मूर्ति का आकार छोटा रखा जाएगा।