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भारत का सबसे बड़ा मेला महाकुंभ मेला 12 साल में एक बार आता है। कुंभ के मेले के महत्व के बारे में संदेश देने के लिए कुंभ संदेश यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी में विवेकानंद केंद्र में शुरू हो गई है। इस यात्रा कुंभ मेले के बारे में बताया जाएगा। इस यात्रा का शुभारम्भ कन्याकुमारी स्थित विवेकानंद आश्रम के स्वामी चैतन्यानंद महाराज और तमिलनाडु में प्रदेश भाजपा राष्ट्रीय सह-प्रभारी पोंगुलेटी सुधाकर रेड्डी द्वारा किया गया है।
कुंभ मेले की संदेश यात्रा 25 दिनों की तय की गई है। जानकारी के लिए बता दें कि यह यात्रा ग्रामोदय चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड टेक्नोलॉजी द्वारा आयोजित की गई है। कन्याकुमारी शुरू होकर हरिद्वार में खत्म होने वाली यह यात्रा 7000 किलोमीटर की है। लोग 7000 किमी दूरी तय करेंगे। बताया जा रहा है कि इस यात्रा का उद्देश्य प्राचीन भारतीय प्रथाओं को पुर्नजीवित करना है और 'आयातित' पश्चिमी प्रथाओं को रोकना है।
हरिद्वार स्थित दिव्य प्रेम सेवा मिशन के अध्यक्ष आशीष गौतम ने बताया कि “कन्याकुमारी से शुरू हुई, यह रथ यात्रा उन सभी स्थानों जहां कुंभ मेला होता है जैसे नासिक, उज्जैन, प्रयागराज होते हुए दिल्ली पहुंचने के बाद हरिद्वार जाएगी।” इस कुंभ सन्देश यात्रा देश के आठ ज्योतिर्लिंगों क्षेत्रों को कवर करेगी। प्रारंभिक यात्रा के अलावा, लगभग 7000 किमी की कुल दूरी इस यात्रा के दौरान तय की जाएगी।
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