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जया एकादशी व्रत श्रेष्ठतम माना जाता है। माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी व्रत रखा जाता है। इस दिन बहुत ही विधि विधान के साथ भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। कहते हैं कि इस दिन व्रत रखने से विष्णु जी का आशीर्वाद मिलता है। मां लक्ष्मी अपनी कृपा बरसाती हैं और समस्त कष्टों से मुक्ति दिलाती है।
कहा जाता है कि जया एकादशी के दिन श्रीहरि का नाम जपने से पिशाच योनि का भय नहीं रहता है। जया एकादशी व्रत शुभ मुहूर्त तिथि का आरंभ 22 फरवरी 2021 दिन सोमवार को शाम 05:16 मिनट से शुरू हो चुका है और एकादशी तिथि की समाप्ती 23 फरवरी 2021 दिन मंगलवार शाम 06:05 मिनट तक रहेगा। जया एकादशी पारणा शुभ मुहूर्त- 24 फरवरी को सुबह 06 :51 मिनट से लेकर सुबह 09:09 मिनट तक रहेगा और पारणा अवधि- 02:17 मिनट रहेगा।
जया एकादशी व्रत बड़ी ही विधि विधान के साथ पूजा की जाती है क्योंकि यह सभी व्रतों में से श्रेष्ठ होती है। इस दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए और स्नान करना चाहिए। पूजा स्थल को साफ कर भगवान विष्णु और भगवान कृष्ण की मूर्ति, प्रतिमा या उनके चित्र को स्थापित करना चाहिए। पूजा के दौरान भगवान कृष्ण के भजन और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना करें। पूजा सामग्री में प्रसाद, तुलसी जल, फल, नारियल, अगरबत्ती और फूल विष्णु देवताओं को अर्पित करें।
जया एकादशी पर कुछ काम होते हैं जो भूलकर न करें तो ही अच्छा होता है। जुआ नहीं खेले, चोरी नहीं करें, क्रोध ना करें और झूठ ना बोले, इन दिन खास तौर से अपशब्दों का प्रयोग ना करें, पूरी रात भगवान विष्णु की भक्ति और मंत्र जप करें।
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