धर्मनगरी वाराणसी में विश्वनाथ की नई काशी यानी विश्वनाथ कॉरीडोर में मंदिर चौक की तस्वीर सामने आ गई है।  नक्काशीदार इमारतों और खंभे की गुलाबी आभा के बीच बाबा विश्वनाथ के स्वर्ण शिखर की छवि हर किसी को मोहित कर देगी।  

विश्वनाथ धाम और कॉरिडोर की शुरुआत से ही मंदिर चौक बनने को लेकर सभी की दिलचस्पी थी।  बनकर कैसा दिखेगा मंदिर चौक, अब वो इंतजार खत्म होने को है।  मंदिर चौक का मूल स्वरूप सामने आ गया है। 

नक्काशीदार इमारतों और खंभों के बीच में गर्भगृह और स्वर्ण शिखर दिखाई दे रहा है।  यही नहीं, चुनार के गुलाबी पत्थरों से गर्भगृह के चारों ओर प्रदक्षिणा मार्ग बनकर तैयार है।  पूर्वी गेट भी लगभग बनकर तैयार है। गंगा के रास्ते गंगा जल लेकर भक्त इसी पूर्वी गेट से मंदिर चौक में प्रवेश करते हुए बाबा के गर्भगृह तक पहुंचेंगे।  

खास बात ये है कि गंगा व्यू गैलरी की इमारत भी खड़ी हो गई है।  गंगा व्यू गैलरी बनने के बाद काशी से जुड़ी वो पौराणिक मान्यता भी अब हकीकत के रूप में नजर आने लगी है, जिसके बारे में कहा जाता है कि प्राचीन समय में गंगा से ही बाबा विश्वनाथ दरबार दिखता था।  गंगा व्यू गैलरी में खड़े होकर पर्यटक एक साथ मां गंगा और बाबा विश्वनाथ का दर्शन कर सकेंगे। 

करीब 50260 वर्ग मीटर में बनकर तैयार हो रहे विश्वनाथ कॉरिडोर में मंदिर चौक के बाहर की सभी 24 भवनों की इमारतें खड़ी हो गई हैं।  अब फिनिशिंग का काम जारी है।  इन भवनों में भोगशाला, कॉफी शॉप, म्यूजियम, मुमुक्षु भवन, यात्री सुविधा केंद्र, टूरिस्ट केंद्र, नीलकंठ भवन, ऑफिस आदि भी बन रहे हैं।  

सात तरीके के विशेष पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है, जिसमे बालेश्वर स्टोन, मकराना मार्बल, कोटा ग्रेनाइट और मैडोना स्टोन आदि शामिल हैं।  मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ सुनील वर्मा ने बताया कि 70 फीसदी काम पूरा हो गया है।  सिविल का काम पूरा हो गया है।  अब केवल फिनिशिंग का काम चल रहा है।  उम्मीद है कि नवंबर तक काम पूरा हो जाएग। . बता दें कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भक्तों के लिए इसका शुभारंभ करेंगे।