मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2022) के त्योहार से ही साल की शुरूआत होती है। इसे अलग अलग हिस्सों में अलग अलग नाम के साथ धूमधाम से मनाया जाता है। मान्यता के अनुसार इस दिन किए गए दान का फल बाकी दिनों के मुकाबले कई गुना ज्यादा होता है।

दान (Donation)-

मकर संक्राति (Makar Sankriti) के पर्व पर गंगा स्नान, व्रत, कथा, दान और भगवान सूर्यदेव (Lord Sundev) की उपासना करने फलदायी होती है। इस दिन तिल के बनी चीजों का दान अवश्य करना चाहिए। इतना ही नहीं 14 चीजों को दान करने से जीवन की सभी मुसीबते पीछा छोड़ देती है।
मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का पर्व-

बता दें कि पंजाब, यूपी, बिहार और तमिलनाडु में ये नई फसल काटने का समय होता है। किसान इस दिन को आभार दिवस (gratitude day) के रूप में भी मनाते हैं। इस दिन तिल और गुड़ की बनी मिठाई बांटी जाती है।
पुराण के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव (Sun Dev) अपने पुत्र शनि (Saturn) के घर जाते हैं। पिता-पुत्र के अनोखे मिलन से भी जुड़ा है। ये भी माना जाता है कि इसी दिन असुरों पर भगवान विष्णु की विजय की थी। मकर संक्रांति के दिन ही भगवान विष्णु (Lord Vishnu) ने पृथ्वी लोक पर असुरों का संहार कर उनके सिरों को काटकर मंदरा पर्वत पर गाड़ दिया था।