ईद-उल-फित्र या ईद-अल-फित्र शव्वल माह का पहला दिन होता है। सउदी अरब के मुसलमान 12 मई को चांद का दीदार करने की कोशिश करेंगे। आज रात को यदि चांद दिख जाता है कि अरब देशों में 12 मई को ईद मनाई जाएगी और यदि आज रात में चांद नहीं दिखता तो 13 मई 2021 को ईद का पर्व मनाया जाएगा। 

सउदी अरब के लोग उम्म अल-क्यूरा कैलेंडर को मानते हैं जोकि रियाद में किंग अब्दुल अजीज सिटी के खगोलशास्त्रीय शोध संस्थान (KACST) द्वारा तैयार किया जाता है।

हर साल ईद का पर्व 10-11 दिन पहले पड़ता है जोकि इसकी निर्भरता ईद के चांद पर होता है कि क्रेसेंट मून कब पढ़ता है। इस प्रकार से अलग-अलग देशों में अलग-अलग दिन मनाया जा सकता है। हालांकि सउदी अरब की ओर से जब चांद दिखने का ऐलान कर दिया जाता है तो पूरी दुनिया में लोक ईद मनाते हैं। इसी को मानते हुए भारतीय मुसलमान भी सउदी अरब में चांद दिखने के अगले दिन ईद मनाते हैं। 

इस बार मंगलवार को चांद नहीं दिखा। ऐसे में संभावना है कि बुधवार को चांद का दीदार करने के बाद गुरुवार (13 May 2021) को ईद-उल-फित्र यानी रमजान महीने का आखिरी दिन मनाया जाए।

ईद के लिन लोग ईद की नमाज अदा करने के साथ ही एक- दूसरे को ईदी बांटते हैं, सेवइयां खिलाते हैं, गले मिलते हैं। इसके अलावा लोग अपनों को ईद की मुबारिकबाद भी देते हैं। इस मौके पर जकात करने का भी बहुत महत्व है। जकात को इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक माना गया है।