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आज से 5 दिन बाद भगवान श्री गणेश जी का जन्मदिन आनेवाला है। इस दिन बहुत ही बड़ा त्योहार मनाया जाएगा। गणेश जी भगवान शिव और पार्वती के पुत्र है लेकिन क्या आप जानते हो कि गणेश जी का जन्म कब कैसे हुआ था। आपको बता दें कि गणेश जी का जन्म हल्दी के उबटन से हुई थी। जी हां पौराणिक कथाओं में इसका कई तरह से जिग्र मिलता है।
इन्ही कथाओं के मुताबिक बताया जाता है कि एक बार माता पार्वती अपने शरीर पर हल्दी का उबटन लगाई हुई थीं। जब उन्होंने अपने शरीर से हल्दी का उबटन हटाया तो उससे छोटा सा एक पुतला बना दिया और अपने तपोबल से उसे पुतले में प्राण डाल दिया। इस तरह बाल गणेश का जन्म हुआ। जन्म के पश्चात माता पार्वती स्नान करने चली गईं और बाल गणेश को द्वार पर बैठा दिया।
जाने से पहले माता पार्वती ने बाल गणेश से कहा कि किसी को अंदर नहीं आने देना। इसी बीच भगवान शिव वहां पहुंच गए और अंदर जाने लगे लेकिन बाल गणेश ने उनका रास्ता रोक दिया और अंदर जाने से मना कर दिया। भगवान शिव बार-बार बाल गणेश से अंदर जाने के लिए कह रहे थे, लेकिन वे जाने नहीं दिये। तब भगवान शिव क्रोधित हो गए और त्रिशुल से बाल गणेश का सिर धड़ से अलग कर दिए।
इसी बीच माता पार्वती स्नान करके बाहर निकली और द्वार पर पहुंच गईं। बाल गणेश की हालत देखकर रोने लगीं। रोते हुए माता पार्वती ने भगवान शिव से कहा कि ये आपने क्या कर दिया। आपने अपने की पुत्र का सिर धड़ से अलग कर दिया। इतना सुनते ही शिव जी स्तब्ध हो गए।
इसके बाद माता पार्वती ने भगवान शिव को गणेश जी के जन्म की बात बताई। तब भगवान शिव ने एक हाथी का सिर बाल गणेश के धड़ पर लगाकर उसमें प्राण डाल दिया। इस तरह बाल गणेश दोबारा जीवित हुए और गजानन कहलाए।
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