कर्जा लेना किसी भी को

भी अच्छा नहीं लगता है लेकिन जरूरत पड़ने पर कर्ज लेना ही पड़ता है। यह एक

मानव के जीवन का अभिन्न अंग माना जाता हैं। प्राचीन काल में लोग केवल

विवाह अथवा जमीन खरीदने के लिए साहूकारों से कर्ज लिया करते थे। आधुनिक

जमाने में बैंकों के खुलने के बाद कर्ज लेना एक आम बात हो गई है। मकान,

गाड़ी लेना, घर मेंटीनेंस, पढ़ाई कई तरह के काम हैं जिनके के लिए किसी से

उधार लेना ही पड़ता है।


ध्यान देने वाली बात तो यह कि कर्ज ले तो

लिया जाता है लेकिन चुकाना बहुत ही मंहगा पड़ जाता है। कई लोगों की कर्ज

चुकाने में ही जिंदगी गुजर जाती है। इसी तरह से कर्ज लेना बहुत ही मुश्किल

वाला काम है लेकिन शास्त्रों के मुताबिक अगर कर्ज लिया जाए तो सब अच्छा हो

सकता है। शास्त्र के अनुसार कर्ज लेना और कर्ज देने का एक समय तारिख होती

है। जिस समय तारिख पर कर्ज लिया जाता है वह जल्दी ही चुक जाता है।



इसी

तरह आपको बता दें कि कर्जा लेने के लिए शुभ समय सोमवार, बुधवार और

शुक्रवार होता है। इन दिनों में लिया हुआ कर्ज जल्दी चूक जाता है। शनिवार,

रविवार, बृहस्पतिवार और मंगलवार को कर्ज लेने से बहुत मुश्किलें होती है।

इसी तरह से महीने की 8,17 और 26 तारीख को कर्ज नहीं लेना चाहिए क्योंकि इन

तिथियों का मूलांक 8 होता है और आठ अंक के स्वामी शनि होते हैं। इन तिथियों

में लिया हुआ कर्ज कागजात पर काले पेन से न तो लिखें और ना ही हस्ताक्षर

करें।