दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा होती है। इस दिन श्री कृष्ण ने जिस पर्वत को अपनी छोटी उंग्ली पर उठाया था उसी की पूजा की जाती है। अगर तिथि के हिसाब से बात करें तो इसे कार्तिक शुकल प्रतिपदा के दिन मनाया जाता है और इस हिसाब से आज ये पूजा है। आज के दिन कई लोग घरों के बाहर गोवर्धन पर्वत का सांकेतिक रूप बनाकर उसमें दिया जलाकर उसकी पूजा करते हैं।

इसके साथ ही आज बहुत से घरों में अन्नकूट की भी मनाया जाता है। इसके अंतर्गत एक खास प्रकार की सब्जी जिसे अन्नकूट ही कहते हैं का भोग श्री कृष्ण को लगाया जाता है। जानते हैं आज गोवर्धन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त कौन सा है।

गोवर्धन पूजा कई जगहों पर सुबह होती है तो कई जगहों पर शाम को। ये कई बार व्यक्ति की सुविधा से भी जुड़ा होता है। इसलिए अगर आप सुबह गोवर्धन पूजा कर रहे हैं तो ये जान लें कि इसके लिए सुबह 7.50 से लेकर 10.47 मिनट तक का मुहूर्त उत्तम बताया जा रहा है। संभव हो तो शुभ मुहूर्त में ही पूजा करें।

किसी कारण से अगर आपको सुबह समय नहीं मिल रहा या आपके यहां शाम को ही पूजा करने की परंपरा है तो आप शाम को भी पूजा कर सकते हैं। इसके लिए दोपहर 3.22 से लेकर शाम 5.33 बजे का समय सबसे बढ़िया है। आप अपनी तैयारियों को इस प्रकार करें कि शुभ मुहूर्त में ही पूजा कर पाएं।

अन्नकूट का महत्व 

गोवर्धन पूजा पर कई घरों में अन्नकूट की सब्जी बनाई जाती है। इसे 56 अलग प्रकार की सब्जियों के मेल से बनाते हैं और सबसे पहले भगवान कृष्ण को भोग लगाते हैं उसके बाद प्रसाद के रूप में खाते हैं। इस सब्जी को बनाने में समय लगता है इसलिए पहले से तैयारी कर लें कहीं शुभ मुहूर्त निकल न जाए।