शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित होता है। इस दिन शनि देव की पूजा की जाती है और शनि को प्रसन्न करने के लिए तेल और काले तिल, काली दाल आर्पित की जाती है। मान्यता के मुताबिक ऐसा करने से शनि के प्रकोप से मुक्ति मिलती है। शास्त्रों के मुतबाकि शनिवार के दिन कुछ उपायों को करने से हर दोष से मुक्ति मिलती है।


जैसे कि हम जानते हैं कि शनि देव को न्याय के देवता माना जाता है। बताया जाता है कि शनि देव हर व्यक्ति को उसके कर्म के हिसाब से फल देते हैं।  जानकारी के लिए बता दें कि शनि की खराब स्थिति जातक का जीवन कठिनाइयों से भर देती है।  इन्हीं कठिनाइयों को दूर करने के लिए कुछ उपाय हैं जिससे शनि देव को  प्रसन्न किया जा सकता है।


सबसे पहला उपाय है कि सूर्योदय के पहले पीपल की पूजा करने से शनिदेव बहुत ही प्रसन्न होते हैं। ध्यान दें कि पीपल के पेड़ पर तेल में लोहे की कील डालकर चढ़ाएं। रविवार को छोड़कर लगातार 43 दिन तक शनिदेव की मूर्ति पर तेल अर्पित करते रहें और सुंदरकांड का पाठ करें। सुंदरकांड का पाठ इसलिए क्योंकि हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और शनि दोषों से मुक्ति दिलाते हैं। शनिवार के दिन पीपल के पेड़ चारों ओर कच्चा सूत 7 बार लपेटें। भगवान शनि हर इंसान के कर्मों को ध्यान में रखते हैं।