नवरात्रि का पर्व नौ दिनों तक मनाया जाता है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां के नौ रूपों की पूरे विधि विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। आज नवरात्रि का पांचवां दिन है। नवरात्रि के पांचवे दिन मां के पंचम स्वरूप माता स्कंदमाता की पूजा की जाती है। मां स्कंदमाता की पूजा के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।

साफ- स्वच्छ वस्त्र धारण कर मां की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराएं। फिर पुष्प अर्पित करें। मां को रोली कुमकुम लगा कर मिष्ठान और पांच प्रकार के फलों का भोग लगाएं। पूजा कर मां स्कंदमाता का ध्यान करें। फिर आरती कर लें। ध्यान लगाते से समय इस मंत्र का जप करें-

सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया।
शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी।


नवरात्रि में मां स्कंदमाता की पूजा-अर्चना करने से ज्ञान में वृद्धि होती है। स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों से भी छुटकारा मिलता है। आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और जीवन में आने वाले संकटों को भी मां दूर करती हैं।  मां स्कंदमाता की पूजा करते समय इस मंत्र जाप करें-

या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कंदमाता रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।