अमेजॉन प्राइम की नई वेब सीरीज तांडव पर अब सरकार भी सख्ती करने जा रही है। ओटीटी पर परोसे जा रहे आपत्तिजनक कंटेंट को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की हाई लेवल बैठक हुई। खबर है कि आज ओटीटी पर आपत्तिजनक कंटेंट और तांडव वेब सीरीज को लेकर मंत्रालय बड़ा फैसला भी ले सकता है।

सरकार पहले ही साफ कह चुकी है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर दिखाए जाने वाले फिल्म या कंटेट को लेकर सेल्फ रगुलेशन कोड बनाएं। अगर ओटीटी प्लेटफॉर्म अपने लिए सेल्फ रेगुलेशन कोड नहीं बनाते हैं तो फिर सरकार कोड बनाने पर विचार कर सकती है। मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि बैठक में तय किया गया कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ-साथ जिम्मेदारियां भी तय की जाएं।  क्रिएटिव फ्रीडम के नाम पर कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की अनुमति नहीं दी जा सकती।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का मानना है कि कोरोना आपदा के कारण ज्यादातर फिल्में ओटीटी पर रिलीज हो रही हैं। अगर यही फिल्में बड़े पर्दे या टीवी पर रिलीज होती तो इन्हें ओटीटी और केबल टीवी रेग्यूलेशन एक्ट के कंटेंट गाइडलाइन्स का पालन करना होता। यानी थियेटर और ओटीटी के लिए अलग-अलग स्टैंडर्ड नहीं हो सकते।

इससे पहले अमेजॉन प्राइम वेब सीरीज तांडव के निर्माता और कलाकारों के खिलाफ लखनऊ में मामला दर्ज हो चुका है। उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से गिरफ्तारी के प्रयास भी किए जा रहे हैं। वहीं भारत हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने सीरीज के कलाकारों को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं। स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि सीरीज के सभी कलाकार पहले भी लगातार विवादों में रहे हैं, इनके पुराने ट्वीट इनकी सोच बताते हैं। वहीं बसपा प्रमुख मायावती भी सीरीज के कंटेंट को लेकर आपत्ति जता चुकी हैं।