कुछ घर ऐसे होते हैं जहां लड़ाई झगड़ा रोज की बात होती हैं। ऐसे घरों में ना तो सुख-शान्ति का वास होता है और ना ही लक्ष्‍मी जी यहां पधारती हैं। ऐसे घर में रहने वाले लोगों के लिए ये जानना जरूरी है कि ये सब कुछ आपके घर में मौजूद नकारात्‍मकता की वजह से है। ग्रहों के दोष, राहु-केतु का चक्‍कर, शनि की कुदृष्टि जैसे बहुत से कारण हो सकते हैं घर में झगड़े की वजह। कुछ ज्‍योतिषीय उपाय आगे बताए जा रहे हैं, बताए गए तरीके से अगर आप इन्‍हें करें तो आपको लाभ ही लाभ होगा।

तुलसी में जलाएं तेल का दीपक

जिस प्रकार आप दीवाली की रात दिए रौशन कर लक्ष्‍मी माता से आशीर्वाद मांगते हैं और उनकी कृपा खुद पर बनाए रखने के लिए प्रार्थना करते हैं उसी प्रकार एक दिया रोज तुलसी के पौधे पर जलाएं। दीप प्रज्‍वलित कर तुलसी माता से गृह शांति की प्रार्थना करें। ऐसा 21 दिन तक लगातार करने से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।

गौ माता के लिए निकालें रोटी 

अपने चूल्‍हे पर बनने वाली पहली रोटी गाय के लिए निकालें। घर के आसपास गाय हो तो उसे अपने हाथों से रोटी खिलाकर आएं। इसके अलावा रात को मुठ्ठी भर चने की दाल को भिगोन रख दें। सुबह सवेरे स्‍नान करके ये भीगी हुई दाल गौ माता को खिलाएं और कलह से मुक्ति की प्रार्थना करें। गौ माता की सेवा करने से आपके मन को शांति मिलेगी।

गरीबों में बांटे लड्डू

विश्‍व के पालनहार हैं श्री हरि विष्‍णु। लक्ष्‍मी जी के साथ उनकी जोड़ी दांपत्‍य जीवन में समर्पण भाव को दर्शाती है। हफ्ते में किसी भी एक दिन विष्‍णु मंदिर जाएं और भगवान को बेसन के लड्डू अर्पित करें। प्रसाद के ये लड्डू पूरी श्रद्धा के साथ गरीबों में बांट दें। प्रभु से कहें कि वो जिस प्रकार वो सभी से प्रेम करते हैं वैसा ही प्‍यार आपके परिवार में भी भर जाए।

केसर से करें ये उपाय

कलह से निपटने में केसर का उपाय अत्‍यंत लाभदायक है। इसके लिए आपको चुटकी भर केसर को पानी में मिलाना होगा। सुबह उठकर स्‍नान आदि के बाद पूजा पाठ करें और केसर का तिलक नाभि में लगाएं। केसर वाला दूध पीने से भी आपको शांति की प्राप्ति होगी। इस उपाय को 65 दिनों तक करें । तिलक यदि पत्‍नी करे तो लाभ जल्‍दी मिलना प्रारंभ होगा।