आज षष्ठी है और आज का दिन मां दुर्गा के स्वरूप मां कात्यायनी (Maa Katyayani) को समर्पित हैं। मां कात्यायनी की खास बात यह है कि मां को उमा, कात्यायनी, गौरी, काली, हेमावती व ईश्वरी इन्हीं के नाम हैं। मां कात्यायनी (Maa Katyayani) ने सिंह पर आरूढ़ होकर महिषासुर का वध किया था।

मां कात्यायनी (Maa Katyayani) को महिषासुर मर्दनी भी कहा जाता है। आज व्रत रख रहे तो अच्छी बात है और नहीं रख रहे तो कोई बात नहीं लेकिन आज मां मां कात्यायनी (Maa Katyayani) की मन ही मन आरती जरूर करें
   मां कात्यायनी की आरती (Maa Katyayani Aarti)-

जय-जय अम्बे जय कात्यायनी

जय जगमाता जग की महारानी

बैजनाथ स्थान तुम्हारा

वहा वरदाती नाम पुकारा

कई नाम है कई धाम है

यह स्थान भी तो सुखधाम है

हर मंदिर में ज्योत तुम्हारी

कही योगेश्वरी महिमा न्यारी

हर जगह उत्सव होते रहते

हर मंदिर में भगत हैं कहते

कत्यानी रक्षक काया की

ग्रंथि काटे मोह माया की

झूठे मोह से छुडाने वाली

अपना नाम जपाने वाली

बृहस्‍पतिवार को पूजा करिए

ध्यान कात्यायनी का धरिए

हर संकट को दूर करेगी

भंडारे भरपूर करेगी

जो भी मां को 'चमन' पुकारे

कात्यायनी सब कष्ट निवारे।।