साल में 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी का त्योहार हैं। यह 10 दिवसीय गणेश उत्सव शुरू हो जाएगा। ज्योतिश के मुताबिक इस बार गणेश चतुर्थी चित्रा नक्षत्र में आ रही है। इस दिन चंद्र तुला राशि में शुक्र साथ रहेगा। सूर्य अपनी राशि सिंह में, बुध अपनी राशि कन्या में, शनि अपनी राशि मकर में और शुक्र अपनी राशि तुला में रहेगा। बता दें कि गणना के मुताबिक ये चार ग्रह अपनी-अपनी राशि में रहेंगे। गुरु कुंभ राशि में रहेगा।

इस राशि में दो बड़े ग्रह गुरु और शनि वक्री हैं। ज्योतिषाचार्य के मुताबिक 2021 से 59 साल पहले 3 सितंबर 1962 को गणेश चतुर्थी चित्रा नक्षत्र से शुरू हुई थी। उस समय भी चंद्र शुक्र के साथ तुला राशि में था। सूर्य, बुध, शुक्र और शनि, ये चारों ग्रह अपनी-अपनी राशि में स्थित थे। इस वर्ष भी ऐसे ही ग्रह योग होने से सभी राशियों के लिए समय अनुकूल रहेगा।

मेष- इस राशि को कई लाभ प्राप्त होंगे और सभी प्रकार की अनुकूलता रहेगी। खुशियों की प्राप्ति होगी और संतान से प्रसन्न्ता मिलेगी।

वृषभ- विवादों में विजय मिलेगी। गणेशजी की सेवा करने से रुका कार्य पूरा होगा। मित्रों से सहयोग प्राप्त होगा।

मिथुन- घर-बाहर सभी ओर सम्मान प्राप्त होगा। जिम्मेदारियों में वृद्धि होगी और धन की प्राप्ति सुगम होगी। जोखिमपूर्ण कार्य नहीं करें।

कर्क- आधुनिक सुख-सुविधाएं प्राप्त करेंगे और किसी बड़े काम के बन जाने से हर्ष प्राप्त होगा। विवाह प्रस्ताव मिलेंगे।

सिंह- सोचे हुए काम बनेगें और विशेष उपलब्धियों की प्राप्ति होगी। विदेश जाने की इच्छा रखने वालों को सफलता मिलेगी।

कन्या- खोए हुए धन और नुकसान की पूर्ति संभव है। धार्मिक यात्रा का योग बनेगा और किसी बड़े आय देने वाले काम की स्थापना होगी।

तुला- यह राशि अपने खराब दौर से गुजर रही थी, लेकिन अब अच्छे समय की ओर जा रही है। प्रसन्नतादायक समाचार की प्राप्ति होगी एवं संतान सुख मिलेगा।

वृश्चिक- गणेशजी के जाते समय कोई बड़ी खुशखबरी प्राप्त होगी। जमीन संबंधी लाभ होने की संभावना है। धन की समस्या भी दूर होगी।

धनु- नुकसान पहुंचाने वालों को खोजने में सफल होंगे और शत्रुओं का नाश करने में सफल होंगे। जीवन साथी से प्रसन्नता प्राप्त होगी एवं सम्मान मिलेगा।

मकर- यह समय अच्छा रहेगा एवं कीर्ती में वृद्धि होगी। नए वस्त्र आभूषणों की प्राप्ति होगी। योजनाएं सफल होंगी।

कुंभ- शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी और संतान भी अनुकूल रहेगी। यात्रा में तकलीफ हो सकती है। धार्मिक कार्य करने का मौका मिलेगा।