व्यक्ति के व्यवहार और व्यक्तित्व के जिम्मेदार उसकी राशि और गृह नक्षत्र होते हैं। ग्रह सही दिशा में हो तो ठीक है लेकिन ग्रह गलत दिशा में रहते हैं तो व्यक्ति का जीवन बर्बाद रहता है वह कभी सुख नहीं रह पाता है। इसमें कुछ पत्थर जिंदगी और किस्मत बदलने की ताकत रखते हैं। लेकिन  किस पत्थर को किस तरह से धारण करना और कैसे धारण करना है ये महत्वपूर्ण है-


सूर्य ग्रह की दिशा के लिए

जिन लोगों की कुंडली में सूर्य ग्रह को अशुभ माना जाता है,  उन्हें रिंग फिंगर यानी अनामिका उंगली में माणिक्य रत्न धारण करना चाहिए। इसको पहनने के लिए सूर्योदय का समय आपके लिए सबसे उत्तम रहेगा। इसके इलावा रविवार का दिन इस रत्न को धारण करने के लिए सबसे शुभ माना जाता है क्योंकि रविवार सूर्यदेव को अर्पित होता है।


चंद्रमा ग्रह


जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा शुभ भूमिका निभा रहा हो,  मोती को धारण करना चाहिए। मोती रतन हाथ की छोटी उंगली में पहन सकते हैं। इसके अलावा हम आपको बता दें कि इस रत्न को धारण करने के लिए सोमवार की शाम का समय सबसे शुभ माना जाता है। सोमवार शिव जी को अर्पित होता है।
मंगल ग्रह

जिन लोगों की कुंडली में मंगल ग्रह अशुभ भूमिका निभा रहा है,  उन्हें मूंगा रत्न पहनना चाहिए। इसके लिए भी आप रिंग फिंगर में मूंगा रत्न धारण कर सकते हैं।  इस रत्न को धारण करने के लिए मंगलवार की शाम का समय सबसे शुभ माना जाता है क्योंकि मंगलवार हनुमान जी को अर्पित होता है।
बुध ग्रह


जिन लोगों की कुंडली में बुध ग्रह अशुभ है,  उनके लिए पन्ना रतन काफी अच्छा माना जाता है। इस रतन को आप बुधवार की दोपहर 12:00 बजे से लेकर 2:00 बजे के बीच कभी भी पहन सकते हैं।  हाथ की छोटी उंगली में पन्ना रत्न पहनना सबसे शुभ माना जाता है।




गुरु या बृहस्पति ग्रह


जिन लोगों की कुंडली में गुरु ग्रह को अशुभ माना जाता है उनके लिए पुखराज रत्न पहनना शुभ माना जाता है। इसके इलावा उन लोगों को गुरुवार की सुबह 10 से 12 बजे के बीच इंडेक्स फिंगर यानी तर्जनी उंगली में इसको पहनना अच्छा साबित हो सकता है।