
चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हर साल राम नवमी का पावन पर्व मनाया जाता है । धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। इस साल 9 अप्रैल 2022 को राम नवमी है। इस दिन भगवान राम की विशेष पूजा- अर्चना की जाती है। यह नवरात्रि का अंतिम दिन भी होता है। इस दिन कन्या पूजन और हवन का भी विशेष महत्व होता है।
राम नवमी हवन विधि...
राम नवमी के दिन प्रात: जल्दी उठ जाना चाहिए।
स्नान आदि से निवृत्त होकर साफ- स्वच्छ वस्त्र पहन लें।
शास्त्रों के अनुसार हवन के समय पति- पत्नी को साथ में बैठना चाहिए।
किसी स्वच्छ स्थान पर हवन कुंड का निर्माण करें।
हवन कुंड में आम के पेड़ की लकड़ी और कपूर से अग्नि प्रज्जवलित करें।
हवन कुंड में सभी देवी- देवताओं के नाम की आहुति दें।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कम से कम 108 बार आहुति देनी चाहिए। आप इससे अधिक आहुति भी दे सकते हैं।
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हवन के समाप्त होने के बाद आरती करें और भगवान को भोग लगाएं। इस दिन कन्या पूजन का भी विशेष महत्व होते हैं। आप हवन के बाद कन्या पूजन भी करवा सकते हैं।
हवन सामग्री
आम की लकड़ी
आम के पत्ते
पीपल का तना
छाल
बेल
नीम
गूलर की छाल
चंदन की लकड़ी
अश्वगंधा
मुलैठी की जड़
कपूर
तिल
चावल
लौंग
गाय की घी
इलायची
शक्कर
नवग्रह की लकड़ी
पंचमेवा
जटाधारी नारियल
गोला
जौ
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