/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2021/09/06/0000-1630914667.jpg)
आज गणेश चतुर्थी का पर्व पूरे देश में मनाया जा रहा है। कोरोना के कारण फिलहाल वो रौनक नहीं जो कि पिछले से पिछले साल हुआ करती थी। गणेश चतुर्थी से गणेश उत्सव का आरंभ होता है, गणेश भक्त इस दिन भगवान गणेश को अपने घर पर लाते हैं और दस दिनों तक पूजा अर्चना करते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से गणेश जी प्रसन्न होते हैं और अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
गणेश चतुर्थी पर गणपति बप्पा की मूर्ती का खास ख्याल रखना बेहद जरूरी है क्योंकि गलत मुर्ती जीवन में तूफान ला सकती है। इसके खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। बता दें कि गणेश चतुर्थी पर गणेश जी की मूर्ति स्थापित करते समय विशेष ध्यान देना चाहिए। घर और मंदिर में गणेश जी की मूर्ति स्थापित करने के अलग अलग नियम और मान्यताएं है।
मूर्ती
माना जाता है कि गणेश जी के जिन प्रतिमाओं की सूड़ दाईं ओर मुड़ी होती है वो सिद्धिपीठ से जुड़ी होती हैं। इन प्रतिमाओं में अपार ऊर्जा होती है, गणेश जी के ऐसे मंदिर सिद्धिविनायक मंदिर कहलाते हैं। जैसे की मुंबई का सिद्धि विनायक मंदिर। घर में गणेश जी की ऐसी मूर्ति स्थापित नहीं करती हैं। जिस मूर्ति में गणेश जी की सूड बायीं ओर मुड़ी हो, उस मूर्ति को घर में स्थापित कर सकते हैं। यह शुभ नहीं हैं।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |