
आज का दिन बहुत ही खास है। आज से धन प्राप्ति के लिए मांलक्ष्मी के व्रत शुरू हो रहे हैं और आज ही के दिन संतान प्राप्ति के लिए संतान सप्तमी का व्रत भी है। आज भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को संतान सप्तमी व्रत रखा जाता है। इस साल संतान सप्तमी पर भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है। मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को विशेष रूप से संतान प्राप्ति व उसकी खुशहाली के लिए रखा जाता है।
व्रत-- सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें।
- इसके बाद स्वच्छ कपड़े धारण करें।
- माता पार्वती और भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करें।
- इसके बाद व्रत का संकल्प करें।
- इस दौरान आपको निराहार रहकर पूजा का प्रसाद भी प्रसाद तैयार करना होगा।
- प्रसाद के लिए खीर-पूरी व गुड़ के 7 पुए या 7 मीठी पूरी तैयार करें।
- संतान सप्तमी की पूजा दोपहर के समय की जाती है।
- सबसे पहले भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा लगाएं।
- अब नारियल के पत्तों के साथ कलश स्थापित करें।
- इसके बाद दीपक जलाएं।
- अब आरती की थाली में हल्दी, चंदन, कुमकुम, फूल, कलावा, अक्षत और भोग आदि सामग्री रखें।
- संतान की रक्षा और उसकी खुशहाली की कामना करते हुए भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें।
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