गुरु पुष्य योग (Guru Pushya Yoga 2021) कल 25 नवंबर 2021 गुरुवार को बन रहा है। शास्त्रों के अनुसार यह योग बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है और फलदायी माना जाता है। बता दें कि  पुष्य योग (ushya Yoga) गुरुवार के दिन बनने के कारण इसे गुरु पुष्य योग (Guru Pushya Yoga) कहा जाता है।
देवगुरु बृहस्पति (Devguru) पुष्य नक्षत्र के स्वामी माने गए हैं। पुष्य नक्षत्र को शुभफलकारी माना जाता है। ज्योतिष ने बताया है कि यह नक्षत्र शुभ संयोग निर्मित करता है और इस दिन विशेष उपाय व मंत्र जाप करने से जीवन के हर क्षेत्र में सफलता व अच्छे परिणाम मिलने लगते हैं।
गुरु पुष्य योग में खरीदारी होती है अतिशुभ-

गुरु पुष्य योग (Guru Pushya Yoga) में धन प्राप्ति, चांदी, सोना, नये वाहन, बही-खातों की खरीदारी एवं गुरु ग्रह से संबंधित वस्तुए ज्यादा लाभ प्रदान करती है। मान्यता है कि इस दिन की गई खरीदारी अधिक समय तक स्थायी और समृद्धि प्रदान करती है। इस दिन की गई सुवर्ण अथवा गुरु ग्रह (Guru) से संबंधित वस्तुए अत्याधिक लाभ प्रदान करती है। गुरु पुष्य योग के दौरान पीला पुखराज धारण करना इस दिन अत्यन्त शुभ फलदायी माना गया है।
उपाय-
इस शुभ योग में पीपल के पेड़ की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
मंत्र-

वेद मंत्र: ॐ बृहस्पते अतियदर्यौ अर्हाद दुमद्विभाति क्रतमज्जनेषु।

यददीदयच्छवस ऋतप्रजात तदस्मासु द्रविण धेहि चित्रम।

पुष्य नक्षत्र का नाम मंत्र: ॐ पुष्याय नम:।

नक्षत्र देवता के नाम का मंत्र: ॐ बृहस्पतये नम:।