चीन असम की तरफ ब्रह्मपुत्र नदी में बांध बनाने की परियोजना बना रहा है। अरुणाचल और असम के कई संगठनों ने चीन की इस परियोजना के खिलाफ आवाज उठाई है। केंद्र सरकार भी इस पर एक्शन लेते हुए ब्रह्मपुत्र और बराक नदियों में असम के जल परिवहन में सुधार के लिए 3,000 करोड़ रुपये की परियोजना शुरू करने की संभावना जता रही है। वैसे इसके बारे में अभी तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन सूत्रों से इसज्ञात हुआ है।


बताया जा रहा है कि असम सरकार के एक अधिकारी ने गुवाहाटी में कहा कि बंदरगाहों, शिपिंग और जलमार्ग राज्य मंत्री मनसुख एल मंडाविया और असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने ब्रह्मपुत्र और बराक नदियों का उपयोग कर जल परिवहन में और सुधार लाने के लिए एक चर्चा की है। केंद्रीय मंत्री ने चर्चा के दौरान, राष्ट्रीय जलमार्ग दो और 16, ब्रह्मपुत्र और बराक, नदियों की नौवहन क्षमता, परिवहन, व्यापार और वाणिज्य में सुधार के लिए लगभग 3,000 करोड़ रुपये की परियोजना का विस्तृत ढांचा साझा किया है।


बयान में कहा गया कि इस कदम से ब्रह्मपुत्र और बराक नदियों में जल परिवहन की संस्थागत क्षमता और मौजूदा ढांचे में सुधार होगा। मंडाविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों के विकास के लिए केंद्र सरकार की भावना के अनुरूप, बहु-करोड़ परियोजना अंतिम-मील कनेक्टिविटी के लिए मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब के विकास जैसे सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों को शामिल करेगी।