उत्तराखंड में अंतरराज्यीय गुर्दा प्रत्यारोपण रैकेट (kidney transplant racket) में कथित रूप से शामिल एक व्यक्ति को गुवाहाटी से गिरफ्तार किया गया है। देहरादून पुलिस ने 2017 से फरार अक्षय राउत को चार साल बाद गुवाहाटी (Guwahati) से गिरफ्तार किया था, जिसके सिर पर 20 हजार रुपये का इनाम था।
उसे 5 दिन के ट्रांजिट रिमांड पर देहरादून ले जाया गया। देहरादून (Dehradun) के SSP  जनमेजय खंडूरी ने कहा कि अक्षय रैकेट सरगना अमित राउत का बेटा है, जो इस मामले में पहले ही गिरफ्तार 17 आरोपियों में शामिल है। खंडूरी ने कहा कि सितंबर 2017 में पुलिस ने किडनी रैकेट (kidney racket) का भंडाफोड़ किया था और इसमें शामिल 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया था।

उस समय जांच के दौरान मुख्य आरोपी अमित राउत ने कहा था कि उसका बेटा अक्षय राउत भी घोटाले में शामिल था, जिसे उसने कुछ पैसे देकर चंडीगढ़ से भागने में मदद की थी। SSP ने कहा कि पुलिस पिछले चार साल से आरोपी की तलाश कर रही है, जिसे आखिरकार गुवाहाटी से पकड़ लिया गया। उन्होंने कहा कि आरोपी गरीब और बेसहारा लोगों से थोड़े से पैसे में अवैध रूप से किडनी खरीद लेता था।
उन्होंने कहा कि आरोपी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को स्वीकार कर लिया है। खंडूरी (Janmejay Khanduri) ने कहा कि आरोपी बेंगलुरु, कोयंबटूर, पुणे जैसे कई शहरों में रह रहा था और पिछले चार वर्षों में वहां के विभिन्न अस्पतालों में चिकित्सकों के रूप में काम कर रहा था।