
यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम या उल्फा-इंडिपेंडेंट (ULFA (I) ने गणतंत्र दिवस (Republic Day) 2022 पर बंद नहीं बुलाने का फैसला किया है। संगठन ने 26 जनवरी को कोई सशस्त्र विरोध प्रदर्शन नहीं करने का भी फैसला किया है। विशेष रूप से, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa) ने संगठन से किसी भी बैंड की घोषणा नहीं करने या पहले कोई बहिष्कार का आह्वान नहीं करने की अपील की थी।
ट्विटर पर असम के मुख्यमंत्री ने इससे अवगत कराया और ULFA (I) संगठन से भारत सरकार के साथ सार्थक चर्चा के लिए आगे आने का अनुरोध किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं ULFA (I) के बंद का आह्वान नहीं करने और किसी भी प्रतिरोध से दूर रहने के फैसले का स्वागत करता हूं। गणतंत्र दिवस के दौरान। मैं इस अवसर पर एक बार फिर श्री परेश बरुआ से भारत सरकार के साथ सार्थक चर्चा के लिए आगे आने की अपील करता हूं,''
I welcome ULFA's decision not to call a bandh and desist from any resistance during Republic Day. I take this opportunity to once again appeal to Shri Paresh Baruah to come forward for a meaningful discussion with Govt of India
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) January 23, 2022
जानकारी के लिए बता दें कि ULFA (I) ने पिछले साल 15 अगस्त को भी किसी बैंड को नहीं बुलाया था। संगठन ने 15 मई, 2021 से युद्धविराम की घोषणा की है, जिसे नियमित अंतराल पर नवीनीकृत किया जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि भारतीय अधिकारियों ने भी ULFA (I) के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने से पीछे हट गए हैं।
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