बाग्लादेश के रोहिंग्या शिविर से भागकर असम होते हुए एनजेपी के रास्ते कोलकाता जाने की फिराक में लगी दो रोहिंग्या युवतियों को गिरफ्तार किया गया है। आरपीएफ की मेरी सहेली दस्ता ने यह बड़ी कामयाबी हासिल की है। टीम के सदस्यों ने सुबह 7:30 बजे एनजेपी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 3 पर खड़ी कंचनजंगा एक्सप्रेस से एक भारतीय युवक के साथ दोनों संदिग्ध युवतियों को हिरासत में लिया। जिससे पूछताछ के बाद पता चला कि लड़कियां बाग्लादेश के रोहिंग्या कैंप से भागकर असम पहुंची थी। 

वहा से असम निवासी युवक के साथ कंचनजंगा एक्सप्रेस में सवार होकर कोलकाता जाने की फिराक में कं। एनजेपी आरपीएफ के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह आरपीएफ कि मेरी सहेली दस्ता एनजेपी स्टेशन के प्लेटफार्म पर नियमित जाच में लगी हुई थी। इस दौरान सुबह 7:30 बजे असम से एनजेपी होते हुए सियालदह तक जाने वाली 03176 कंचनजंगा एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर 3 पर रुकी हुई थी। जाच के दौरान आरपीएफ की मेरी सहेली दस्ता ने एक व्यक्ति के साथ दो संदिग्ध युवतियों को देखा। 

संदेह के आधार पर जीआरपी व आरपीएफ ने उससे पूछताछ की। तीनों शुक्रवार को असम के बदरपुर स्टेशन से कंचनजंगा एक्सप्रेस पकड़कर कोलकाता जा रहे थे। युवक को कोलकाता में इन दोनों युवतियों को एक व्यक्ति को सौंप देने के बदले तीन हजार रुपये मिलने की बात हुई थी। गिरफ्तार दोनों रोहिंग्या युवतियों के नाम रुकिया (21) व अजीदा (20 )हैं। वहीं असम के करीमगंज जिला निवासी भारतीय युवक का नाम जहीरुल इस्लाम (20) बताया गया है। 

बताया गया कि इन युवतियों से पूछताछ करने पर पता चला कि दोनों युवतिया बाग्लादेश के कॉक्स बाजार स्थित रोहिंग्या कैंप से भाग कर असम पहुंची थी। दोनों का असम के युवक से संपर्क हुआ था। आरपीएफ की मेरी सहेली टीम द्वारा एनजेपी जीआरपी में मामला दर्ज किया गया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। चुनाव के बाद बढी घुसपैठ

आरपीएफ सूत्रों ने बताया है कि बाग्लादेशी घुसपैठियों तथा रोहिंग्या मुसलमानों की पश्चिम बंगाल में घुसपैठ करने की योजना रहती है। असम तथा पश्चिम बंगाल दोनों राज्यों में हाल ही में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं। इसके बाद एक बार फिर से बाग्लादेशी घुसपैठियों की घुसपैठ शुरू होने लगी है। ये लोग पश्चिम बंगाल को सुरक्षित ठिकाना बनाते हैं।