टोक्यो ओलंपिक की ब्रॉन्ज मेडल विजेता बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन कल अपने गृहनगर असम के गोलाघाट पहुंची। यहां पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। लवलीना बोरगोहेन के घर पहुंचने पर वहां का माहौल बेहद भावुक था। यहां पहुंचते ही उन्होंने अपनी मां को गले से लगा लिया।  लवलीना की दो बड़ी जुड़वा बहनें उनके स्वागत के लिए घर के बाहर खड़ी थी। वहां पहुंचते ही तीनों ही बहनें एक दूसरे के गले से लिपट गई। घर के बाहर मौजूद लोगों ने शानदार अंदाज में उनका वेलकम किया।

बता दें कि, पिछले साल लवलीना की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। साथ ही उनकी मां ममोनी बोरगोहेन की भी पिछले साल किडनी ट्रांसप्लांट हुई है। जिसके बाद से वो लगभग एक साल बाद कल अपनी मां से पहली बार मिली। लवलीना एक दिन के लिए अपने घर आई हैं और आज अलग अलग स्वागत कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए यहां से रवाना हो जाएंगी।

लवलीना के पिता टिकेन बोरगोहेन ने कहा, "वो लगभग एक साल बाद घर आईं हैं। ये हमारे लिए बेहद खास पल हैं। हालांकि वो बेहद कम समय के लिए आई हैं लेकिन 25 अगस्त के बाद वो कुछ लंबे अरसे के लिए घर लौटेंगी।"

लवलीना बोरगोहेन कल दोपहर जब डीमापुर एयरपोर्ट पहुंची तो वहां उनके स्वागत के लिए बड़ी संख्या में गोलाघाट के लोग मौजूद थे। उनके स्वागत के लिए भाजपा विधायक बिस्वजीत फुकान, डिस्ट्रिक्ट डेप्युटी कमिश्नर और पुलिस अधीक्षक भी मौजूद थे। डीमापुर एयरपोर्ट से उनके घर तक 55 किलोमीटर के रास्ते में दोनों तरफ लोग तालियां बजाकर उनका स्वागत करते नजर आए। 

सबसे पहले लवलीना बरपठार हायर सेकंडेरी स्कूल में आयोजित स्वागत कार्यक्रम में शामिल हुई। असम सरकार के मंत्री अजंता नेओग और अतुल बोरा ने इस कार्यक्रम में उनलो सम्मानित किया। इस अवसर पर लवलीना ने अपने इस शानदार स्वागत के लिए लोगों का धन्यवाद किया और कहा कि, वो अपने देश और राज्य का नाम रोशन करने के लिए भविष्य में और मेहनत करेंगी।