प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से महाबाहु-ब्रह्मपुत्र की शुरुआत करेंगे। साथ ही धुबरी-फूलबारी सेतु की आधारशिला रखेंगे और माजुली सेतु के निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से जारी एक बयान के मुताबिक महाबाहु-ब्रह्मपुत्र की शुरुआत जोगीघोपा स्थित अंतरदेशीय जल परिवहन टर्मिनल पर नीमाती-माजुली द्वीप, उत्तरी गुवाहाटी-दक्षिणी-गुवाहाटी और धुबरी-हाटसिंगीमारी शिलान्यास के बीच पोत संचालन के उद्घाटन से होगी।

इसके अलावा व्यवसायिक सुगमता के लिए डिजीटल समाधानों की शुरुआत भी की जाएगी। महाबाहु ब्रह्मपुत्र का उद्देश्य भारत के पूर्वी हिस्सों में संपर्क बढ़ाना है और ब्रह्मपुत्र और बराक नदी के किनारे रहने वालों के लिए विभिन्न विकास परक गतिविधियों को अंजाम देना है।

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को तमिलनाडु में तेल एवं गैस क्षेत्र की प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार मोदी रामनाथपुरम-टुथूकुडी प्राकृतिक गैस पाइपलाइन और चेन्नई पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड में पेट्रोल को सल्फरमुक्त करने की इकाई देश को समर्पित करेंगे।

साथ ही प्रधानमंत्री नागपत्तनम में कावेरी बेसिन रिफाइनरी की भी आधारशिला रखेंगे। पीएमओ के अनुसार इन परियोजनाओं से बड़े पैमाने पर सामाजिक-आर्थिक लाभ होगा और देश ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ेगा। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई आज दुनिया को प्रेरित कर रही है और इस सफलता में योग और आयुर्वेद ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है।