कोरोना काल के मुश्किल वक्त में असम की एक महिला ने उन नवजात बच्चों के लिए अपना हाथ बढ़ाया है, जिनकी मां कोरोना से संक्रमित हुई हैं। मुंबई में नौकरी करने वाली असम की रोनिता कृष्णा ने अब उन नवजात बच्चों को स्तनपान कराने की पहल की है, जिनकी मां का कोरोना के कारण देहांत हो गया हो या वह अस्पताल में गंभीर रूप से बीमार हों। रोनिता मुंबई में रहती हैं, लेकिन फिलहाल वह गुवाहाटी में रहकर अपनी दो महीने की बेटी की देखभाल कर रही हैं। 

अपनी प्रेग्नेंसी के दौरान कोरोना से लड़कर जीतने वाली रोनिता कहती हैं कि उन्होंने कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक मेसेज देखा कि कुछ लोग दिल्ली में अपनी मां को खो देने वाले एक बच्चे के लिए किसी महिला से मदद मांग रहे थे। इस मेसेज में उस नन्हें बच्चे को स्तनपान कराने का अनुरोध किया गया था। इसे देखने के बाद ही उनके दिमाग में भी यह बात आई कि अगर गुवाहाटी में भी ऐसे किसी बच्चे को कोई जरूरत लगी तो वो उसकी मदद करेंगी। 

रोनिता कहती हैं,'मैं नहीं चाहती कि किसी नवजात बच्चे को कभी अपनी मां से दूर होना पड़े। मैं खुद कोरोना के वक्त में अपनी प्रेग्नेंसी के दौरान कोविड संक्रमित हुई हूं। इसलिए मैं प्रार्थना करती हूं कि कभी किसी गर्भवती महिला को ये मुश्किल ना देखनी पड़े। अगर किसी वजह से किसी नवजात को अपनी मां को खोना पड़ा या उसकी मां की तबीयत बिगड़ी, तो मै उसकी सहायता जरूर करूंगी।'

रोनिता कहती हैं कि वो असम में अपनी डिलिवरी के लिए आई हैं, लेकिन वह बेसिकली मुंबई में रहती हैं। बीते साल जब उनकी प्रेग्नेंसी के तीन महीने ही पूरे हुए थे, तभी वो कोरोना से संक्रमित हो गई थीं। हाल ही में बच्चे की डिलिवरी के लिए वो असम पहुंचीं, लेकिन इसी दौरान मुंबई में फिर से कोरोना के मामले बढ़ने लगे तो वह यहीं रुक गईं। रोनिता कहती हैं कि यह समय बेहद मुश्किल है और हाल ही में उन्होंने अपने माता-पिता को खोया है। इस वक्त में सभी को एक दूसरे की मदद करने की जरूरत है, तभी जाकर लोगों की मुश्किलें आसान हो सकेंगी।