असम में हताहत हुए पिथौरागढ़ तहसील के बड़ावे तोली गांव निवासी संजय चंद के पार्थिव शरीर के सोमवार पैतृक गांव पहुंचने की संभावना है। जवान के पार्थिव शरीर के पहुंचने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा। रविवार को जवान की मौत की खबर मिलने से रात को गांव में चूल्हे तक नहीं जले। चर्चा है कि जवान का निधन साथी के गोली मारने के कारण हुआ है।

जिला मुख्यालय से लगभग 22 किमी दूर बड़ाबे तोली गांव निवासी असम में तैनात संजय चंद 31 वर्ष की मौत की सूचना शनिवार को स्‍वजनों के मुताबिक जवान शहीद हुआ है। इस बीच असम से विभिन्न सूत्रों से जानकारी के अनुसार निधन सहकर्मी द्वारा गोली मारने से हुई है। सूचना के अनुसार शहीद का शव असम के तिनसुकिया सिविल अस्पताल में रखा गया है। विभिन्न समाचार माध्यमों से आ रही खबरों की आधिकारिक पुष्टि भी किसी स्तर नहीं हो रही है।

इस संबंध में मृतक के स्‍वजनों को भी अभी तक इसकी जानकारी नहीं है। उन्हें मिली सूचना के अनुसार संजय चंद की गोली लगने से मौत हो गई है। जिसे सीधे शहीद होना ही माना जा रहा है। मृतक जवान का पार्थिव शरीर अभी पैतृक गांव तक नहीं पहुंचा है।परिजनों को पार्थिव शरीर के पहुंचने का इंतजार है। जवान के शव के साथ सेना के अधिकारी भी आते हैं उनसे ही वास्तविकता का पता चलता है। परिजन कारणों को जानना चाह रहे हैं। मृतक जवान के परिजन दीपक चंद ने बताया कि जवान का शव रविवार सायं छह बजे तक दिल्ली पहुंचने वाला है। दिल्ली से वाहन से शव पैतृक गांव लाया जा रहा है। पार्थिव शरीर के सोमवार दोपहर तक गांव पहुंचने की संभावना है। शहीद की रामेश्वर घाट में अंत्येष्टि की जाएगी।