असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा (Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma) ने शनिवार को कहा कि राज्य में जनजातीय उग्रवाद का युग (Tribal Extremism) समाप्त हो गया है क्योंकि सभी उग्रवादी संगठन सरकार के साथ वार्ता के लिए आगे आ रहे हैं।

सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने संवाददाता सम्मेलन में यह भी कहा कि उल्फा (आई) ULFA (I) द्वारा संप्रभुता की मांग एक बाधा है और उनकी सरकार गतिरोध को तोड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, जनजातीय उग्रवाद का युग समाप्त हो गया है...हमारी अंतिम बाधा उल्फा (आई) है। उसे छोड़ कर, अन्य सभी संगठनों ने हथियार डाल दिये हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिक समाज संस्थाओं और छात्र संगठनों ने राज्य में जनजातीय उग्रवाद (Tribal Extremism) की समस्या को खत्म करने में सकारात्मक भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि वह 2022 को उम्मीद भरे वर्ष के तौर पर देखते हैं। उन्होंने कहा, सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम के बारे में कुछ सकारात्मक क्षण होंगे। कैसे और कब, हम नहीं जानते। लेकिन मैं आशावादी हूं।