आयुष मंत्रालय (AYUSH Ministry) ने राष्ट्रीय संस्थानों / अनुसंधान परिषदों के माध्यम से महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित पोषण माह और पोषण पखवाड़ा के उत्सव में भाग लिया और गुजरात सहित सभी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के सभी आयुष विभागों से सामान हेतु भी अनुरोध किया।
आयुष मंत्रालय (AYUSH Ministry) आयुष (Ayush) आधारित आहार और जीवन शैली को बढ़ावा दे रहा है और "सुपोषित भारत" (Nourished India) के अंतिम लक्ष्य को साकार करने के लिए पोषण अभियान (Nutrition campaign) में महिला और बाल विकास मंत्रालय के साथ अभिसरण में काम कर रहा है।
देश में "आयुष आहार" को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय पोषण माह के तहत सप्ताहवार गतिविधियां निम्नानुसार हैं:-

  1. आंगनबाडी केन्द्रों, ग्राम पंचायतों, विद्यालयों आदि में उपलब्ध स्थानों पर पोषण वाटिका के रूप में पौधरोपण गतिविधि (Plantation activity)।
  2. पोषण के लिए योग और AYUSH (गर्भवती महिलाओं, बच्चों और किशोरियों जैसे विभिन्न समूहों के लिए लक्षित योग सत्र)।
  3. उच्च भार वाले जिलों में  IEC सामग्री के साथ आंगनवाड़ी के लाभार्थियों को क्षेत्रीय पौष्टिक भोजन से युक्त पोषण किट का वितरण।
  4. गंभीर रूप से कुपोषित (SAM) बच्चों की पहचान और लाभार्थियों के लिए सामुदायिक रसोई का आयोजन।

लोकसभा में आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार, आयुष मंत्रालय (AYUSH Ministry) के तहत राष्ट्रीय संस्थानों ने औषधीय जड़ी बूटियों के पोषण उद्यान (न्यूट्रीगार्डन), पोषण माह और विभिन्न आयुर्वेद आहार व्यंजनों का वर्णन करने वाला ब्रोशर, आयुर्वेद भोजन जैसी विभिन्न गतिविधियां शुरू की।