असम के तिनसुकिया में डिब्रू सेहोवा नेशनल पार्क के लाइका और डोधिया गांवों के निवासियों ने असम के तिनसुकिया में डिप्टी कमिश्नर के कार्यालय के सामने धरना दिया है। प्ले कार्ड और बैनर पकड़े प्रदर्शनकारियों ने अपने पुनर्वास की मांग करते हुए तिनसुकिया रोड़ पर जाम लगा  दिया। सुरक्षा बलों ने जब प्रदर्शनकारियों को रोका तो प्रदर्शनाकारी और पुलिस के बीच टकराव हो गया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने, हमारी पुनर्वास प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं हुई है करते हुए तिनसुकिया डीसी कार्यालय में प्रवेश करने के लिए बैरिकेड को तोड़ दिया।


एपियो टैड, लाइका और डोधिया पुनर्वास समिति के सदस्य ने कहा कि पिछले कई दिनों से, हम लाइका-डोधिया गाँवों के 1,480 परिवारों के पुनर्वास के लिए विरोध कर रहे हैं। लोग तिनसुकिया डीसी कार्यालय के नज़दीक मेकशिफ्ट कैम्प में रह रहे हैं। हम जल्द से जल्द अपने लोगों के पुनर्वास की मांग करते हैं। असोम जाति परिषद (AJP) के अध्यक्ष लुरिन ज्योति गोगोई ने तिनसुकिया विरोध स्थल पर लाइका और डोधिया के लोगों का दौरा किया और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।


तेकाम मेसिंग परिन केबांग (TMPK) तिनसुकिया के सहायक महासचिव अजय डोले ने कहा कि अभी तक सरकार ने लाइका-डोधिया के ग्रामीणों के पुनर्वास के लिए कुछ भी नहीं किया है। लोग पिछले एक महीने से अस्थायी शिविर में पीड़ित हैं। हमने लोगों के पुनर्वास के लिए 31 जनवरी, 2021 की समयसीमा दी है। अगर तय समय के भीतर हमारी मांग पूरी नहीं की गई तो जनता डिब्रू-सैखोवा नेशनल पार्क में अपना पुनर्वास करेगी। बता दें कि उन परिवारों की बसाहट है जो 1950 के भूकंप से विस्थापित हो गए थे। लाइका तिनसुकिया जिले के अंतर्गत आता है और डिब्रूगढ़ जिले से सटे डोडिया में है।


उल्लेखनीय है कि ग्रामीण, जो देसी मिज़िंग जनजाति के हैं, ज्यादातर धेमाजी और डिब्रूगढ़ जिले के विस्थापित लोग हैं, जो पिछले 70 वर्षों से दो वन गांवों में निवास कर रहे हैं। भारत का वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 एक राष्ट्रीय उद्यान के भीतर किसी भी प्रकार के मानव बंदोबस्त पर प्रतिबंध लगाने के बाद से दोनों गांवों में कोई भी विकास कार्य नहीं किया गया है। 30 दिसंबर को, मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने लाइका और दोधिया गांवों के घरों के पुनर्वास के लिए एक समिति का गठन किया था। इसके बाद असोम भारतीय परिषद (AJP) ने गुवाहाटी में निवासियों का पुनर्वास के लिए धरने प्रदर्शन का आयोजन किया।