गुवाहाटी । गुड़ियों के साथ खेलने की उम्र में एक छह साल की बच्ची अगर पुस्तक लिख डाले तो आप उसे क्या कहेंगे: ऐसा ही कर दिखाया है लखीमपुर जिले के नारायणपुर की महज छह साल की एक गैर-हिंदीभाषी बच्ची कुहि चेतिया ने। कुहि ने हिंदी में एक पुस्तक लिखकर असम बुक ऑफ रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है।

कुहि की कहानियां शीर्षक इस पुस्तक में दस विभिन्न मोटिवेशनल कहानियां शामिल हैं। कुद्दि की इस  सफलता से जहां उसके पिता-माता काफी खुश हैं वहीं एक नन्ही बच्ची का हिंदी के प्रति लगाव वाकई हिंदीप्रेमियों के लिए गर्व का विषय है। 

कुहि के पिता लेखन में रुचि रखते हैं, ने अपनी छह साल की बेटी की इस  सफलता पर खुश होकर बताया-  “दरअसल लॉकडाउन के दौरान उसने मुझे लिखने में व्यस्त देख लिखने की इच्छा जताई। मैंने उसे प्रोत्साहित किया। कुहि हिदी बोल व लिख सकती है। उसने लिखना शुरू किया और वैसे ही 10 प्रेरक कहानियां लिख डालीं।'

लखीमपुर स्थित नारायणपुर के अशोक गांव निवासी मुकुंद मुरारी चेतिया और बंति चेतिया की सुपुत्री कुहि की इस पुस्तक को लखीमपुर के ही कुहि प्रकाशन ने प्रकाशित किया है। स्थानीय एक्रिट अकादमी की पहली कक्षा की छात्रा कुहि द्वारा लिखित इस पुस्तक में बदमाशी, घर का खाना, झूठ बोले कौआ काटे, सहायता,  मनोबल आदि कुल 10 प्रेरक कहानियां हैं। उम्मीद की गई है यह पुस्तक बच्चों को बहुत पसंद आएगी।