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एलोरा विज्ञान मंच (Ellora Vigyan) की नलबाड़ी इकाई ने नलबाड़ी स्थित असम घाटी (Asom Valley) अकादमी में 'ज्योतिषः विज्ञान या छद्म विज्ञान (Astrology: Science or Pseudoscience)' विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया है।
NIC के सेवानिवृत्त उप निदेशक दीपक गोस्वामी (Dipak Goswami) ने इस विषय पर अपना भाषण देते हुए कहा, "ज्योतिषी की भविष्यवाणी हमेशा अस्पष्ट होती है और ज्योतिष केवल एक छद्म विज्ञान है।" उन्होंने कहा कि खगोल विज्ञान और ज्योतिष एक ही समय में पैदा हुए थे लेकिन खगोल विज्ञान चरम पर पहुंच गया जबकि ज्योतिष (Astrology) शुरुआत में बना रहा।
ज्योतिष (Astrology) का सिद्धांत व्यावहारिक और सार्वभौमिक नहीं है। सेमिनार का उद्घाटन नलबाड़ी कॉलेज के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ दिनमणि भगवती ने किया। प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ डॉ प्रणब कुमार सरमा, एक्सोम वैली अकादमी (Axom Valley Academy) के प्रधानाचार्य अनुपम बरमा मजूमदार और प्रणबज्योति डेका ने भी चिकित्सा विज्ञान के उत्थान के लिए मानव शरीर दान करने के महत्व पर अपने भाषण दिए।
सेमिनार का संचालन एलोरा विज्ञान (Ellora Vigyan) मंच की नलबाड़ी इकाई के अध्यक्ष डॉ मनोरंजन नाटक ने किया। संगोष्ठी में जिले के कई लोगों ने भाग लिया।
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