असम विधानसभा के शीतकालीन सत्र (Assembly Winter Session) के तीसरे दिन शहर में विरोध प्रदर्शनों की एक श्रृंखला जारी रही। कई संगठनों ने अपनी विभिन्न मांगों को पूरा करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है। बता दें कि तीन दिन से यह  सिलसिला जारी है।
इन संगठनों में ऑल कोच-राजबोंगशी स्टूडेंट्स यूनियन, ऑल असम नॉन-प्रांतीयकृत टीचर्स एसोसिएशन, ऑल असम स्पेशल पुलिस ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसिएशन, यूनाइटेड मणिपुरी एसोसिएशन, असम और वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल, असम शामिल थे।

ऑल कोच-राजबोंगशी स्टूडेंट्स यूनियन ने ऐतिहासिक कामतापुर राज्य के पुनर्निर्माण की मांग की, जिसमें 28 अगस्त, 1949 के पौराणिक विलय समझौते के आधार पर असम के 17 जिले और पश्चिम बंगाल के 6 जिले शामिल थे। इसने 1996-97 में केंद्र द्वारा गठित संसदीय चयन समिति की सिफारिशों के आधार पर छठी अनुसूची क्षेत्रों सहित असम के कोच राजबंशी के लिए ST का दर्जा मांगा और संविधान की आठवीं अनुसूची में राजबंशी भाषा (Rajbonshi language) को मान्यता दी।
इसके अलावा छात्रों के निकाय ने सरकार से प्रस्तावित कामतापुर के जिलों में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय, एक केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, NIIT या NIT और एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का आग्रह किया।