कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार को असम में पार्टी के प्रचार के लिए पहुंचीं। राज्य में कांग्रेस की अगुवाई में सात दलों वाला गठबंधन भाजपा के तीन पार्टियों वाले गठबंधन से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है।

गुवाहाटी पहुंचने के तुरंत बाद प्रियंका गांधी प्रसिद्ध कामाख्या देवी मंदिर पहुंची और पूजा अर्चना की। मंदिर का पुनर्निर्माण 1565 में कोच राजा नरनारायण द्वारा किया गया था और यह भारत के 51 पवित्र स्थलों में से एक है। इसके अलावा प्रियंका ने लखीमपुर का भी दौरा किया। यहां उन्होंने चाय बागानों में काम करने वाले लोकल लोगों के साथ पारंपरिक झुमुर नृत्य भी किया।

असम कांग्रेस मीडिया विभाग की चेयरपर्सन बबीता शर्मा ने कहा कि अपने असम दौरे के दौरान, प्रियंका पार्टी के पदाधिकारियों और आम लोगों के साथ बातचीत करेंगी और मंगलवार को तेजपुर में जनसभा को संबोधित करेंगी। कांग्रेस नेता बेरोजगारी के मुद्दे पर एक राज्यव्यापी अभियान शुरू करेंगी और चाय बगान में महिला श्रमिकों और स्वयं सहायता समूह के सदस्यों के साथ बातचीत करेंगी।

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा सदस्य राहुल गांधी ने 14 फरवरी को राज्य का दौरा किया था और पूर्वी असम के शिवसागर में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित किया था। कांग्रेस, जो 15 वर्षों (2001-2016) तक राज्य में सत्ता में थी, ने एक महागठबंधन बनाया है जिसमें तीन वामपंथी दल – सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई (माले) के अलावा आंचलिक गण मोर्चा, बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) और तीन क्षेत्रीय दल शामिल हैं जिनका मुस्लिम मतदाताओं में अच्छा खासा प्रभाव है।

सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़ने के एक दिन बाद बीपीएफ रविवार को कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन में शामिल हो गई। 126 सदस्यीय असम विधानसभा के चुनाव 27 मार्च, 1 अप्रैल और 6 अप्रैल को तीन चरणों में होंगे। परिणाम 2 मई को घोषित किए जाएंगे।