जमीन (land) विवाद ने विधानसभा में हंगामा खड़ा कर दिया है। असम के साथ जुड़े कई पड़ोसी राज्यों के साथ सालों से बॉर्डर विवाद (Border Disput) चला आ रहा है। लेकिन जब राज्यों की जमीनों का निरीक्षण किया गया तो चौंका देने वाला खुलासा सामने आया है। बताया जा रहा है कि असम में 6,800 वर्ग किलोमीटर भूमि या तो कटाव (erosion) के कारण नष्ट हो गई, जिसका पड़ोसी राज्य के लोगों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है।
असम के भूमि (Assam Land) और राजस्व मंत्री जोगेन मोहन (Minister Jogen Mohan) ने सदन में विपक्ष के नेता देवव्रत सैकिया (Debabrata Saikia) के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि 5.35 लाख बीघा (या 716 वर्ग किमी) से अधिक भूमि बाढ़ग्रस्त नदियों से नष्ट हो गई है या नष्ट हो गई है।
कटाव (erosion) की वार्षिक लहरों ने 58,000 से अधिक परिवारों में बसे 1,141 गांवों का सफाया कर दिया है। मंत्री मोहन (Jogen Mohan) ने कहा कि इन कटाव प्रभावित परिवारों में से 5,028 को भूमिहीन नागरिक प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं और अन्य 23,995 परिवारों को भूमि आवंटन दिया गया है।
उन्होंने कहा कि चार पड़ोसी राज्यों - अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिजोरम और मेघालय - ने मिलकर असम की वन और राजस्व भूमि के 332 वर्ग किलोमीटर से अधिक पर कब्जा कर लिया है।