असम में बीटीसी चुनाव होने वाले हैं। हर राजनीतिक पार्टियां तैयारियां कर रही है और जनता को लुभाने के लिए कई तरह के वादे भी कर रही है। रैलियां निकाली जा रही है। इन्हीं रैलियों में हर राजनेता विपक्षी राजनेताओं पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसी तरह से असम के वित्त और स्वास्थ्य मंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और हाग्राम माहलरी भी आपने सामने हुए हैं। जिसमें दोनों राजनेता एक दूसरे पर कई तरह के आरोप लगा रहे हैं।

 

राजनीतिक विशेषज्ञ ने कहा कि हम इस समय राजनीतिक बहस के तमाशे में भाषा के दुरुपयोग को कैसे देख रहे हैं। हम अब असम की राजनीति में एक विचित्र बात देख रहे हैं। BPF असम में NDA सरकार का एक हिस्सा है। इसमें बीजेपी नेता और मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और बीपीएफ प्रमुख हाग्राम महिलरी के बीच मौखिक द्वंद्व देखने को मिला है। मंत्री सरमा इस बात की घोषणा की है कि बीपीएफ के साथ बीजेपी का गठबंधन तब खत्म हो जाएगा जब यह सरकार 2021 में अपना कार्यकाल पूरा करेगी।


जानकारी के लिए बता दें कि बीजेपी और बीपीएफ दोनों बीटीआर में एक दूसरे के खिलाफ भयंकर चुनावी मैदान में हैं। असम के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री अपने गठबंधन सहयोगी के खिलाफ भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगा रहे हैं। जिसमें गठबंधन पूरी तरह से टुटता हुआ नजर आ रहा है। हाग्राम हिमंता के खिलाफ कई आरोप लगाएं हैं उसी तरह से हिमंता ने भी हाग्राम पर गठबंधन होते हुए भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। जिससे कयास लगाए जा रहे हैं बीटीसी चुनाव में गठबंधन काम नहीं करेगा।