असम बेदखली अभियान से हाल ही में कई बीघा जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया है। अब बिश्वनाथ (Biswanath) में भी अतिक्रमण हटाने की मांग बढ़ रही है। हाल ही में बिश्वनाथ राजस्व मंडल में 37,000 बीघा से अधिक भूमि कथित तौर पर अवैध अतिक्रमण की हासिल की गई है।

इस संबंध में विश्वनाथ खिलंजिया सुरक्षा एक्य मंच (BKSEM) ने मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa) के विश्वनाथ चरियाली के दौरे के दौरान उनसे मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा।
जानकारी से पता चला कि कुछ अतिक्रमणकारियों ने 50 से 120 बीघा जमीन पर कब्जा कर रखा है। BKSEM संगठन ने दावा किया कि कई अन्य क्षेत्रों जैसे
नंबर 1, 3 और 4 सालिया राजस्व गांव
नंबर 1 कुमलिया राजस्व गांव बिश्वनाथ मौजा,
नंबर 2 बड़जारानी राजस्व गांव
बाघमारा मौजा के तहत बिरिजन राजस्व गांव,
संकोमाथा के तहत नंबर 2 दिरिंग पाथर राजस्व गांव हैं।
बताया जा रहा है कि मौजा बेहद संवेदनशील हो गया है और इसने स्थानीय स्वदेशी लोगों के लिए एक गंभीर खतरा पैदा कर दिया है। मुख्यमंत्री ने भूमि का अतिक्रमण मुक्त करने के लिए आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया और विश्वनाथ (Biswanath) के उपायुक्त को एसोसिएशन के साथ विचार-विमर्श करने का निर्देश दिया।