असम विधानसभा चुनाव के साथ ही कोने, राज्य सरकार ने बागान श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने की योजना बनाई है। रिपोर्टों के अनुसार, सरकार को 10 फरवरी तक चाय बागान श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी की सूचना देने की संभावना है। बागान श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी सलाहकार बोर्ड ने बागान संघों, श्रमिक संघों और सरकारी अधिकारियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी। दर पर कोई आम सहमति नहीं थी। श्रमिक संघों ने वर्ष 2018 के बकाया के साथ 351 रुपये पर जोर दे रहे थे।


बागान के प्रतिनिधियों ने हालांकि दावा किया कि उद्योग वर्तमान स्थिति को देखते हुए उस दर की पेशकश करने की स्थिति में नहीं था। लेबर कल्याण मंत्री संजय किशन, जो सलाहकार बोर्ड के प्रमुख हैं, ने कहा कि इस प्रक्रिया को वेतन अधिसूचित करने पर है। 2018 में 30 रुपये के अंतरिम बढ़ोतरी के बाद, चाय बागानों के श्रमिकों की वर्तमान मजदूरी 167 रुपये है। अब चाय श्रमिकों के खुशी के दिन आएंगे।