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पाकिस्तानी एजेंसी को सिम कार्ड पहुंचाने के आरोप में असम पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। असम के नगांव और मोरीगांव जिलों में छापेमारी के बाद पुलिस ने विदेशी दूतावास के साथ रक्षा सूचनाओं को साझा करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले हैंडसेट सहित कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है।
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असम पुलिस के प्रवक्ता प्रशांत भुइयां ने कहा कि इंटेलिजेंस ब्यूरो और अन्य स्रोतों से मिले इनपुट के आधार पर चलाए गए एक ऑपरेशन के दौरान गिरफ्तारियां की गई हैं। उन्होंने कहा, इनपुट था कि इन दो जिलों के लगभग 10 लोग धोखाधड़ी से विभिन्न सेवा प्रदाताओं से सिम कार्ड प्राप्त करने और उन्हें कुछ पाकिस्तानी एजेंटों को आपूर्ति करने में शामिल थे, इस प्रकार राष्ट्र की अखंडता और संप्रभुता के खिलाफ काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
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गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान नागांव के आशिकुल इस्लाम, बदरउद्दीन, मिजानुर रहमान और वहीदुज जमान और मोरीगांव के बहारुल इस्लाम के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए लोगों और अन्य पांच फरार आरोपियों के घरों से बरामद सामानों में 18 मोबाइल फोन, 136 सिम कार्ड शामिल हैं। इसके धोखाधड़ी से खरीदे जाने का संदेह है। इसके अलावा एक फिंगरप्रिंट स्कैनर, एक हाई-टेक सीपीयू और कुछ दस्तावेज जैसे जन्म प्रमाण पत्र, पासबुक और तस्वीरें पुलिस ने बरामद की है। पूछताछ के दौरान, यह पता चला कि आशिकुल इस्लाम दो IMEI नंबर वाले एक मोबाइल हैंडसेट का उपयोग कर रहा था, जिससे एक वॉट्सऐप कॉल किया गया था, जो एक विदेशी दूतावास के साथ रक्षा सूचना साझा कर रहा था। भुइयां ने कहा, वह विशिष्ट मोबाइल फोन उसके कब्जे में पाया गया था। पकड़े गए अन्य लोग भी इस सिलसिले में तकनीकी रूप से संलिप्त पाए गए। आईबी अधिकारियों के साथ गहन पूछताछ चल रही है।
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