शिक्षा विभाग, गरगांव कॉलेज (Gargaon College) ने राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की पूर्व संध्या पर 11 नवंबर को आंतरिक गुणवत्ता मूल्यांकन प्रकोष्ठ के सहयोग से 'व्यक्तित्व विकास के लिए जीवन कौशल' पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। शिक्षा विभाग के प्रमुख डॉ विद्यानंद बोरकाकोटी (Dr Bidyananda Borkakoty) ने कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। कार्यशाला का उद्घाटन गरगांव कॉलेज के प्राचार्य डॉ सब्यसाची महंत ने किया।


एक प्रख्यात अकादमिक, कवि और वक्ता, डॉ महंत (Dr Mahanta) ने अपने उद्घाटन भाषण से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसमें उन्होंने भारत में शिक्षा क्षेत्र के क्षेत्र में डॉ मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की भूमिका और महत्व और वर्तमान समय के लिए उनके विचारों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला।


कार्यक्रम के संसाधन व्यक्ति के रूप में अर्थशास्त्र के सहायक प्रोफेसर डॉ रिमजिम बोरा ने व्यक्तित्व विकास के लिए जीवन कौशल विकास (life skill) के महत्व और बारीकियों पर एक आकर्षक प्रस्तुति दी। कार्यशाला में विभिन्न विभागों के संकाय सदस्यों के अलावा 300 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षा के सहायक प्रोफेसर डॉ. नितली बोरगोहेन कोंवर ने किया।