पश्चिम बंगाल और असम विधानसभा चुनावों की घोषणा मार्च के दूसरे हफ्ते में हो सकती है। मार्च के पहले हफ्ते के आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा पश्चिम बंगाल में है, जिसके बाद कभी भी चुनाव की अधिसूचना जारी हो सकती है।

इस साल पश्चिम बंगाल, असम तथा दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु, पुद्दुचेरी और केरल में चुनाव होने हैं। सूत्रों का कहना है कि पांचों राज्यों के चुनाव की अधिसूचना एक साथ जारी होने की संभावना कम है। पहले असम और पश्चिम बंगाल में चुनाव की तारीख घोषित होंगी। उम्मीद है कि 7 से 10 मार्च के बीच इन दोनों राज्यों में चुनाव की तारीख घोषित हो जाए।

असम में दो तथा पश्चिम बंगाल में पांच चरण में चुनाव कराए जा सकते हैं। अधिसूचना जारी होते ही इन दोनों राज्यों में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो जाएगी। भाजपा से मिली जानकारी के मुताबिक, 5 से 7 मार्च के बीच किसी दिन प्रधानमंत्री की रैली पश्चिम बंगाल में होगी। अभी पीएमओ की तरफ से टाइम फाइनल नहीं हुआ है।

पुद्दुचेरी, केरल और तमिलनाडु में भी इसी वर्ष मई-जून में चुनाव होने हैं। अमूमन आयोग विभिन्न राज्यों में एक-दो महीने आगे पीछे होने वाले चुनाव की अधिसूचना एक साथ जारी करता है, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से स्थिति अलग है। खासकर केरल में कोरोना के मामले पिछले कुछ दिनों में बढ़े हैं इसलिए राज्य सरकार की तैयारियों और सुझाव आने के बाद ही यहां चुनाव की तारीख घोषित करने को लेकर आयोग फैसला लेगा।

पुद्दुचेरी के उप-राज्यपाल किरण बेदी को वापस बुला लिया गया है और वहां का प्रभार तमिलनाडु की राज्यपाल को सौंपा गया है। साथ ही नारायणसामी सरकार के बहुमत पर भी संकट मंडराने लगा है और वहां राष्ट्रपति शासन लगाने के कयास जारी हैं। इसलिए बंगाल और असम के साथ ही यहां के लिए भी चुनाव की अधिसूचना जारी करना तकनीकी रूप से कठिन है।