दिल्ली के एक वकील (lawyer) ने गुवाहाटी उच्च न्यायालय (Gauhati High Court) में एक जनहित याचिका दायर कर असम पुलिस द्वारा कथित फर्जी एनकाउंटर की स्वतंत्र जांच की मांग की है। रिपोर्टों में कहा गया है कि इस साल असम में फर्जी मुठभेड़ (fake Encounters) की 80 घटनाएं हुई हैं जिनमें 28 लोग मारे गए और 48 घायल हुए।
रिपोर्ट के अनुसार, अपनी जनहित याचिका में, अधिवक्ता आरिफ जवादर (Arif Jwadder) ने उच्च न्यायालय के समक्ष एक याचिका दायर कर असम पुलिस को सभी कथित मुठभेड़ों के रिकॉर्ड जमा करने और मामलों में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश देने का निर्देश दिया है।
उन्होंने गुवाहाटी उच्च न्यायालय (Gauhati High Court) की देखरेख में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI), या एक विशेष जांच दल (SIT), या किसी अन्य राज्य की पुलिस द्वारा "मुठभेड़ों" की "स्वतंत्र जांच" की भी मांग की। जनहित याचिका में कहा गया है, "फर्जी मुठभेड़ों में शामिल पुलिस अधिकारियों को कानून के सामने लाया जाना चाहिए।"
वकील ने कथित मुठभेड़ों की उच्च न्यायालय (High Court ) के मौजूदा न्यायाधीश से न्यायिक जांच कराने की भी मांग की। जनहित याचिका में आगे अदालत से अनुरोध किया गया कि राज्य सरकार को उचित सत्यापन के बाद पीड़ित परिवारों को मौद्रिक मुआवजा देने का निर्देश दिया जाए।