दुलियाजान/ईटानगर। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा (Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma) ने मेघालय (Meghalaya) व अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के साथ सीमा विवाद के जल्द हल होने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा, मैं लंबे समय से चल रहे सीमा विवाद के इस वर्ष 'कुछ समाधान' की उम्मीद रखता हूं।

सरमा ने कहा, कुछ क्षेत्रों को छोड़ दिया जाए तो मेघालय के साथ विवाद छोटे हैं। विवाद ज्यादातर कागजों पर ही होते हैं, जबकि सीमा पर रह रहे लोगों को उनकी मर्जी के बिना पक्ष चुनने के लिए प्रभावित करने का कोई सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने उन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि मेघालय के शरारती तत्व असम के निवासियों को पड़ोसी राज्य चुनने के लिए मजबूर करने की कोशिश कर रहे हैं।

डिब्रूगढ़ में पुलिस अधीक्षकों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नगालैंड व मिजोरम के साथ सीमा विवाद को सुलझाने में अभी और समय लगेगा। सरमा ने यह भी कहा कि उन्होंने केंद्र से अनुरोध किया है कि वह परेश बरुआ के नेतृत्व वाले उल्फा (आइ) के साथ बातचीत शुरू करने से पहले उसके वार्ता समर्थक धड़े के साथ चल रही शांति वार्ता को पूरा करे।

वहीं, दूसरी ओर अभी हाल ही में सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (AFSPA) को निरस्त करने की मांग के बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि इस साल अफस्पा ( AFSPA) को लेकर कुछ सकारात्मक घटनाक्रम हो सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उग्रवाद के कमजोर पड़ने के चलते असम के पांच-छह जिलों को छोड़कर राज्य से सेना हटा ली गई है अब इस साल अफ्सपा की समीक्षा की जाएगी और तब राज्य सरकार कोई व्यवहारिक निर्णय लेगी।