असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेसी नेता हितेश्वर सैकिया (Former Assam Chief Minister and Congress leader Hiteshwar Saikia) के पुत्र अशोक सैकिया (Ashoke saikia) को सीबीआई (cbi) ने गिरफ्तार किया है।

जांच एजेंसी ने करीब नौ लाख का कर्ज न चुकाने के 25 साल पुराने मामले में यह गिरफ्तारी की है। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई बार-बार तलब किए जाने के बावजूद उसके अदालत में पेश न होने के कारण गैर-जमानती वारंट जारी किए जाने के बाद की गई है।

अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई (CBI) की गुवाहाटी टीम ने अशोक सैकिया से पूछताछ की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

सोमवार को उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। इस बारे में पूछे जाने पर उनके बड़े भाई व असम विधानसभा में विपक्ष के नेता देवव्रत सैकिया (Leader of Opposition in Assam Legislative Assembly Devvrat Saikia) ने बताया कि अशोक सैकिया (ashoke saikia) को सीबीआई अधिकारियों की एक टीम आज शाम अपने साथ ले गई।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, “मुझे नहीं पता कि उन्हें हिरासत में लिया गया या गिरफ्तार किया गया है। असल में, मुझे नहीं पता कि उन्हें कहां ले जाया गया है। यह बहुत पुराना मामला है और कर्ज चुका दिया गया था।

बैंक का बकाया था

बैंक ने अदालत को नहीं बताया और यह बैंक की गलती है। पेशे से कारोबारी अशोक सैकिया ने अपने बड़े भाई के माध्यम से एक बयान जारी किया और कहा कि उन्होंने असम राज्य सहकारी एवं ग्रामीण विकास बैंक लिमिटेड (एएससीएआरडी) से 1996 में कर्ज लिया था।

उन्होंने कहा, “बाद में मैंने 2011 में एएससीएआरडी के पत्र के मुताबिक कर्ज चुका दिया था।

बैंक के प्रभारी महाप्रबंधक ने 28 अक्टूबर, 2015 के एक आधिकारिक पत्र के माध्यम से बताया कि कोई बकाया नहीं है।

सीबीआई की टीम अचानक हमारे घर आई और कहा कि मेरा कर्ज बकाया है। मुझे सीबीआई या अदालत से कोई नोटिस नहीं मिला था।