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असम में बोडो टेरिटोरियल काउंसिल चुनाव हो रहे हैं। सभी पार्टियां जनता को अपनी तरफ करने की पूरी कोशिशें कर रही है। इसी बीच पक्ष विपक्ष पार्टियां एक दूसरे पर कई तरह के आरोप लगा रही है। मतदान से पहले ही पार्टियों में युद्ध के शब्द बढ़ गए हैं। UPPL के अध्यक्ष प्रमोद बोरो ने BPF चीफ हाग्रामा मोहिलरी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हाग्रामा मोहिलरी के नेतृत्व वाला BPF स्थायी विकास और कल्याण लाने में पिछले 17 वर्षों में विफल रहा है।
बोडो टेरिटोरियल काउंसिल के लिए दूसरे चरण के मतदान के लिए प्रचार किया जा रहा है। प्रमोद ने आरोप लगाया कि भारत-भूटान सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को गंभीर पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन पिछले 17 वर्षों में, मोहिलरी की अगुवाई वाली BPF अपने मुद्दों को संबोधित करने में विफल रही है। इसी के साथ बीटीआर में स्वास्थ्य की बुनियादी सुविधाओं का अभाव है और स्वदेशी लोगों को अभी तक जमीन का पट्टा नहीं मिला है।
प्रमोद बोरो ने प्रचार करते हुए लोगों को आश्वासन दिया कि यह UPPL सत्ता में है, यह सुनिश्चित करेगा कि लोगों को छह महीने के भीतर भूमि पटटे मिलेंगे। इसी के साथ बीटीआर के सैकड़ों बेरोजगार युवाओं के लिए उनको नौकरियों देने के लिए उद्योग स्थापित किए हैं। अगर UPPL को वोट दिया जाता है, यह कई नई नीतियां बनाकर और बीटीआर में उद्योगों की स्थापना करके रोजगार का सृजन करेगा। महिलाओं की आर्थिक स्थिति के उत्थान के लिए प्रत्येक स्वयं सहायता समूह को 75,000 रुपये प्रदान करेगा।
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