असम में 30 अक्टूबर , 2008 को हुए सीरियल ब्लास्ट (serial blast) की घटना बहुत ही खौफनाक थी। आज इस घटना को 12 साल पहले इसी दिन - 30 अक्टूबर को असम के कई हिस्सों में सिलसिलेवार विस्फोट हुए थे। गुवाहाटी, कोकराझार, बारपेटा रोड और बोंगाईगांव में हुए नौ विस्फोटों (serial blast) में 88 से अधिक लोग मारे गए थे और 500 घायल हुए थे।






यह दिन अब असम के इतिहास में काला दिवस (black day) के रूप में चिह्नित है। गुवाहाटी में गणेशगुड़ी, कचारी और पानबाजार में हुए तीन विस्फोटों में 53 लोगों की जान चली गई थी। नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (NDFB-R) के प्रमुख रंजन दैमारी (Ranjan Daimary) विस्फोटों के पीछे मास्टरमाइंड थे। उन्हें पिछले साल CBI अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी।



इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा (CM  Dr. Himanta Biswa) ने ट्विटर पर शोक व्यक्त किया है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में विभिन्न समुदायों के धार्मिक लोग दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करने के लिए मौजूद थे। समारोह में विधायक परिमल शुक्लाबैद्य (MLA Parimal Shuklabaidya), विधायक चंद्र मोहन पटवारी, रानी ओजा, लोकसभा सदस्य और दिसपुर से विधायक अतुल बोरा भी शोक व्यक्त करने के लिए मौजूद थे। इसके बाद उन्होंने अपनी जान गंवाने वालों की तस्वीरों पर पुष्पांजलि अर्पित की।