/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2021/10/30/A-1635591365.jpg)
असम में 30 अक्टूबर , 2008 को हुए सीरियल ब्लास्ट (serial blast) की घटना बहुत ही खौफनाक थी। आज इस घटना को 12 साल पहले इसी दिन - 30 अक्टूबर को असम के कई हिस्सों में सिलसिलेवार विस्फोट हुए थे। गुवाहाटी, कोकराझार, बारपेटा रोड और बोंगाईगांव में हुए नौ विस्फोटों (serial blast) में 88 से अधिक लोग मारे गए थे और 500 घायल हुए थे।
২০০৮ চনৰ আজিৰ দিনটোতে গুৱাহাটীকে ধৰি অসমৰ কেইবা ঠাইতো সন্ত্ৰাসবাদীৰ নৃশংস আক্ৰমণৰ বলি হৈছিল অগণন নিৰীহ লোক। এই সন্ত্ৰাসবাদৰ বলি হোৱা প্ৰতিগৰাকী নিৰীহ ব্যক্তিলৈ গভীৰভাৱে যাচিলোঁ শ্ৰদ্ধাৰ অঞ্জলি। pic.twitter.com/i4aFNKXTGV
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) October 30, 2021
यह दिन अब असम के इतिहास में काला दिवस (black day) के रूप में चिह्नित है। गुवाहाटी में गणेशगुड़ी, कचारी और पानबाजार में हुए तीन विस्फोटों में 53 लोगों की जान चली गई थी। नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (NDFB-R) के प्रमुख रंजन दैमारी (Ranjan Daimary) विस्फोटों के पीछे मास्टरमाइंड थे। उन्हें पिछले साल CBI अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
Tributes to the victims of the October 30, serial bomb blasts in Assam. Let this day be a reminder that violence only destroys lives and the age old bonds of our society. pic.twitter.com/esrJpxEzV8
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) October 30, 2021
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा (CM Dr. Himanta Biswa) ने ट्विटर पर शोक व्यक्त किया है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में विभिन्न समुदायों के धार्मिक लोग दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करने के लिए मौजूद थे। समारोह में विधायक परिमल शुक्लाबैद्य (MLA Parimal Shuklabaidya), विधायक चंद्र मोहन पटवारी, रानी ओजा, लोकसभा सदस्य और दिसपुर से विधायक अतुल बोरा भी शोक व्यक्त करने के लिए मौजूद थे। इसके बाद उन्होंने अपनी जान गंवाने वालों की तस्वीरों पर पुष्पांजलि अर्पित की।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |