भारतीय जनता पार्टी नीत एनडीए गठबंधन ने असम विधानसभा में शानदार जीत दर्ज की है। एनडीए को सरकार बनाने के लिए 64 सीटों की जरूरत थी जिसमें से इस गठबंधन ने 75 सीटें जीती हैं। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से जब पूछा गया कि अबकी बार असम में मुख्यमंत्री के पद के लिए कौन दावेदार होगा तो उन्होंने बताया कि हम संसदीय बोर्ड की बैठक करेंगे जिसके बाद असम में मुख्यमंत्री कौन बनेगा इस पर फैसला किया जाएगा।  आपको बता दें कि इसके पहले बीजेपी नीत एनडीए गठबंधन ने असम में विपक्षी गठबंधन को करारी शिकस्त दी। 

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) इस शानदार जीत के साथ ही असम में लगातार दूसरी बार सरकार बनाने के लिए तैयार है। हालिया चुनावी रुझानों से पता चला है कि सत्ताधारी गठबंधन 126 सदस्यीय विधानसभा में 75 सीटों पर जीत हासिल कर सकता है। वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन को 45 सीटें मिलने की उम्मीद है। कांग्रेस को 26 सीटें मिली थीं, इस बार पार्टी को 29 सीटें मिली हैं, लेकिन पिछले चुनावों के मुक़ाबले पार्टी का वोट शेयर कम हुआ है। 2016 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को 31 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि इस बार 30 प्रतिशत वोट ही मिले हैं। 

चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 92 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली भारतीय जनता पार्टी को इस बार पिछली बार की तुलना में ज्यादा वोट मिल हैं। 6,84,538 (33।21 प्रतिशत) वोट मिले। 26 सीटों पर उम्मीदवार उतारने वाले क्षेत्रीय दल असम गण परिषद को 1,519,777 (7.9 फीसद) मतदाताओं ने वोट दिया। आयोग की वेबसाइट के अनुसार आठ सीटों पर चुनाव लड़ने वाली यूपीपीएल को मिले मतों के आंकड़े नहीं दिये गए हैं।

असम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कुल 94 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें कांग्रेस को 5,703,341 (29.7 प्रतिशत) वोट मिले। कांग्रेस की सहयोगी दल एआईयूडीएफ ने 14 सीटों पर चुनाव लड़ा उसे 1,786,551 (9.3 प्रतिशत) जबकि दो सीटों पर उम्मीदवार उतारने वाली माकपा को केवल 160,758 (0.84 फीसद) वोट मिले। अन्य के खाते में 2,628,518 यानी 13.7 प्रतिशत वोट पड़े जबकि 219,578 (1.14 प्रतिशत) मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया।