असम में विधानसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने वाले हैं। इस चुनाव के लिए हर प्रमुख राजनीतिक पार्टियां जोरशोरों से तैयारियां कर रही है। इसी कड़ी में सत्तारूढ़ बीजेपी सर्बानंद सोनोवाल की सरकार असमियाओं के लिए कई परियोजनाएं शुरू की है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई कनेक्टिविटी परियोजनाओं के साथ माजुली में पुल का उद्धाटन किया है। उद्धाटन करने के बाद  सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि असम और पूर्वोत्तर क्षेत्र पूर्व-एशिया के केंद्र के रूप में उभरेंगे। उन्होंने कहा कि असम और उत्तरपूर्वी क्षेत्र “आत्मानिर्भर भारत” के लिए पहल को और मजबूत करेगा।


मोदी असम में माजुली ब्रिज के निर्माण के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भूमिपूजन के अवसर पर कहा है। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से अधिक विश्वसनीय, कुशल और समय की बचत कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा और पर्यटन को और अधिक व्यापक बनाने और अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी के शासन के दौरान पूर्वोत्तर में विकास और प्रगति को गति मिली है। वाजपेयी और वर्तमान “डबल इंजन” सरकार ने इसे और गति दी है।


मोदी ने कहा कि दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के साथ पूर्वोत्तर क्षेत्र को जोड़ने में जलमार्ग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि कुल 15,000 करोड़ रुपये की नई परियोजनाएं असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में कनेक्टिविटी और अर्थव्यवस्था में बदलाव लाएंगी। गडकरी ने कहा कि यह बांग्लादेश और भूटान के साथ जलमार्ग कनेक्टिविटी को भी मजबूत करेगा। जानकारी के लिए बता दें कि 5 सालों से माजुली के लोग पुल के निर्माण की मांग कर रहे थे लेकिन केंद्र सरकार ने ध्यान नहीं दिया और अब चुनाव आते ही केंद्र ने पुल का उद्धाटन कर दिया है। मतलब की मौके पर अच्छा चौका मार दिया है।