असम में आगामी विधानसभा चुनाव की बीजेपी, कांग्रेस और क्षेत्रिय दल चुनाव प्रचार प्रसार में लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित कई बार असम का दौरा कर चुके हैं और रैलिया कर चुके है। कई हजार करोड़ की परियोजनाओं के शुरू करने के बाद हाल ही में बीजेपी जोरदार झटका लगा है। विधानसभा चुनाव से पहले बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (BPF) के अध्यक्ष हग्रामा महिलारी ने भाजपा गठबंधन से अलग होने की घोषणा कर दी है।

इसी बीजेपी के साथ गठबंध तोड़ने के तुरंत बाद के BPF अध्यक्ष हग्रामा महिलारी ने यह भी ऐलान किया है कि असम में BPF अब कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। हाग्रमा मोहिलारे ने सोशल मीडिया पर भाजपा गठबंधन से अलग होने की जानकारी दी है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी की असम सहयोगी पार्टी का चुनाव से पहले साथ छोड़ देना बीजेपी के लिए एक खतरा होने की संभावना जाहिर करता है।


हग्रामा महिलारी ने सोशल मीडिया की पोस्ट में बताया कि विकास, शांति और एकता के लिए स्थिर सरकार जरूरी है। हम भ्रष्टाचार को खत्म कर विकास करना चाहते हैं। इसलिए बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट ने महाजठ गठबंधन में शामिल होने का फैसला किया है। अब हमारी भाजपा से किसी तरह की दोस्ती नहीं है। कांग्रेस के साथ पहले से ही गठबंधन में 5 पार्टियां, AIUDF, CPI, CPI-M, CPI-ML और AGM थे। अब इसमें BPF और राजद भी शामिल हो गए हैं। इस कड़ी में बीजेपी की चुनावी राह और मुश्किल होती जा रही है।